कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण के कम होते मामलों के बीच नई चिंता ने घेर लिया है। उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में कोविड के नए स्ट्रेन के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना की दूसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, दूसरे राज्यों से आने वालों पर रखी जाएगी नजर
लखनऊ. कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण के कम होते मामलों के बीच नई चिंता ने घेर लिया है। उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में कोविड के नए स्ट्रेन के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पहले से ज्यादा सतर्क है। इस कारण प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों से यूपी आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने को कहा है। कोरोना के नए स्ट्रेन का असर महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा है। उधर, अगले माह होली के त्योहार को देखते हुए प्रदेश सरकार ने विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयारी कर रहा है। फ्लाइट और ट्रेन से यूपी आने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए विशेष प्लान बनाया जा रहा है।
यूपी में कोरोना के दो हजार से अधिक एक्टिव केस उत्तर प्रदेश में कोरोना के 2,587 एक्टिव केस हैं। कोरोना के इन मरीजों में से 692 अपना इलाज होम आइसोलेशन यानी घर पर ही करवाया है। वहीं 211 रोगी प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती होकर अपना इलाज करवाया है। 5,91,359 लोग डिस्चार्ज होकर घर जा चुके हैं। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसादके अनुासर, अब तक 5.26 लाख लोग ई-संजीवनी पोर्टल की मदद से डॉक्टरों से ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श ले चुके हैं।
फोकस सैंपलिंग पर जोर कोरोना के नए स्ट्रेन के संक्रमण को लेकर प्राशसन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। हर तरह से सतर्कता बरती जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमित छुपे हुए मरीजों को ढूंढने के लिए फोकस सैंपलिंग पर जोर दिया जा रहा है। शासन के निर्देशों के तहत रेलवे स्टेशन, शॉप्स, बस स्टैंड आदि पर रैंडम सैंपलिंग की जा रही है। इस दौरान अगर कोई संक्रमित मिलता है तो उसकी पूरी कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाती है।
मरीजों की आरटीपीसीआर जांच जरूरी चिकित्सा विभाग महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी ने कहा कि दूसरे राज्यों में कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। निर्देश के अनुसार, जिन प्रदेशों में संक्रमण की दूसरी लहर जैसे हालात हैं, वहां से आने वालों को सेल्फ क्वारंटीन रहना होगा। लक्षण दिखने पर आरटीपीसीआर जांच करानी होगी। आरोग्य सेतु एप पर पंजीकृत कराना होगा, ताकि इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा सके। दस्तक अभियान के दौरान ही बाहर के राज्यों से आने वालों के बारे में जानकारी ली जाएगी। आशा और एएनएम इनके बारे में सूचनाएं एकत्र करेंगी। सर्विलांस टीमें भी आने वालों का डाटा जुटाएंगी।