राज्यपाल ने कहा कि प्रशिक्षण हेतु प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को प्रतिमाह 100 रुपये शुल्क देय होगा तथा प्रशिक्षण के लिये समय सारणी बनायी जायेगी। प्रत्येक विद्यार्थी को आवंटित समयानुसार ही प्रशिक्षण केन्द्र पर उपस्थित होना होगा तथा प्रत्येक 3 माह बाद परीक्षा का आयोजन भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शुल्क का संग्रह एवं लेखा जोखा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों द्वारा ही किया जायेगा।
राज्यपाल ने बच्चों से कहा कि आप लोग अनुशासित रहकर ध्यानपूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करे, यदि कोई कठिनाई हो तो प्रशिक्षकों से संवाद स्थापित कर उसका निराकरण करायें आप सब में सीखने की ताकत है, हौसला है, इसलिये आगे बढ़ने का संकल्प करें। इस अवसर पर राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आलोक कुमार राय एवं राजभवन के अधिकारीगण तथा बच्चे मौजूद थे।