प्रदेश प्रवक्ता के मुताबिक, जहां वाराणसी के लोग शोक ग्रस्त थे वहीं दिल्ली में पीएम मोदी कर्नाटक की जीत के नशे में मस्त थे। जबकि यह हादसा प्राकृतिक या कोई अनहोनी घटना न होकर पूरी तरह से प्रशासन और निर्माण एजेन्सियों की घोर लापरवाही और आम जन के जान-माल के प्रति उपेक्षा का दुष्परिणाम है फिर भी हमारे मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री में कोई अपराधबोध या संवेदना नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता अरूण प्रकाश सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि बड़े मियां-बड़े मियां, छोटे मियां शुभानअल्लाह, इसके पूर्व रेलवे क्रासिंग की दुर्घटना में मारे गये बच्चों को शाही अंदाज में शोक संवेदना व्यक्त करने गये सीएम योगी को शोक संतप्त परिजनों एवं गांव वालों का शोकजन्य आक्रोश नौटंकी लगा और स्वयं उसी शाम अमरोहा जिले के एक गांव में दलितों के यहां शाही भोज की नौटंकी में पहुंच गये। यही नहीं प्रदेश में आये भीषण आंधी और तूफान में एक ही रात में जहां प्रदेश के आगरा आदि जनपदों में लगभग एक सैंकड़ा लोग अपनी जान गंवा बैठे और सैंकड़ों पशु मारे गये तथा जन-धन की भारी क्षति हुई उस समय भी हमारे मुख्यमंत्री कर्नाटक के चुनाव प्रचार में व्यस्त थे।
रालोद ने की मुआवजे की मांग युवा राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष अम्बुज पटेल ने वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने से हुये दर्दनाक हादसे के प्रति गहरा दुख व्यक्त करते हुये परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि इस घटना से गहरा आघात पहुंचा है। इस हादसे में 20 से अधिक लोग असमय ही काल के गाल में समा गये और 30 से अधिक लोग गम्भीर रूप से घायल हुये हैं। उन्होंने प्रदेष एवं केन्द्र सरकार से हादसे में मारे गये लोगों के परिजनो को 50-50 लाख रूपये तथा गम्भीर रूप से घायलों को 25-25 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग की।