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यूपी के इस बड़े नेता को BJP में शामिल कराने का प्लान हुआ फेल!

locationलखनऊPublished: Oct 17, 2016 03:22:00 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एेसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है

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लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव से पहले एेसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी की कद्दार महिला नेता रीता बहुगुणा जोशी बीजेपी में शामिल होने की चर्चा जोरों पर है। इस बात को हजम करना जरा मुश्किल जना पड़ता है। इस मामले में रीता जोशी की ऑफिस असिस्टेंट ने अफवाह कहे कर बात टाल दी। वहीं, जब रीता जोशी के बेटे मंयक जोशी से बात की गई तो वें बोले नो कमेंट्स।


असिस्टेंट ने बात का किया खंडन

रीता जोशी की ऑफिस असिस्टेंट ने बताया कि ये सब एक अफवाहें हैं। उनके अनुसार रीता कि तबियत ठीक नहीं है। वे बोलने में सक्षम नहीं है और पूरी तरह से बेड रेस्ट पर हैं। उनके ऑफिस के असिस्टेंट देवेश वर्मा ने कहा कि हमें आधिकारिक तौर पर इसका खंडन करने की जानकारी दी गई है और ऐसी कोई भी सूचना अभी उपलब्ध नहीं है। 

बेटे ने कहा, नो कमेंट्स

इसके चलते रीता के बेटे मयंक जोशी से बात होने पर वे बोलें कि इस रीता जी से ही बात कर लीजिए। मैं इस पर बात नहीं कर सकता हूं। उसके बाद नो कमेंट्स कहते हुए कॉल डिस्‍कनेक्‍ट कर दिया।

सपा में भी जाने की जताई गई थी उम्मीद

सूत्रों की माने तो कुछ दिन पहले रीता जोशी साइकिल पर सवार होने की भी चर्चाएं जोरों पर थी। बताते चले कि रीता जोशी की सीट से सपा ने मुलायम सिंह यादव की बहु अर्पणा यादव को सपा का उम्मीदवार बनाया था। उस दौरान भी अफवाहों का दौर इतना चला कि रीता जोशी को खुद ही बोलना पड़ा कि ये सब झूठ है।

ये है वजह

रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश में महिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। चुनाव से ठीक पहले पाला बदलने की दो बड़ी वजहें बताई जा रही हैं। पहला, उनको भरोसा नहीं हो पा रहा है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस इस स्थिति पर पहुंच जाएगी, जिसके सहारे चुनाव जीता जा सके।

दूसरी तरफ वह जिस बड़े सियासी परिवार से ताल्लुक रखती हैं, उसको लेकर कांग्रेस आलाकमान के बीच विश्वास संकट पैदा हुआ है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में सीएम कैंडिडेट के तौर पर शीला दीक्षित को आगे किया है, जबकि इससे पहले वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में शामिल नहीं थीं। उत्तर प्रदेश में प्रचार का जिम्मा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संभाल रखा है। इसके अलावा राजबब्बर को उत्तर प्रदेश कांग्रेस की कमान दे दी गई है। ऐसे में रीता बहुगुणा जोशी को विधानसभा चुनावों में आगे नहीं किया जा रहा है।

कांग्रेस के कार्यक्रमों में नहीं आई नजर

कांग्रेस के हाल में जो भी कार्यक्रम हुए हैं उसमें कहीं भी वो नजर नहीं आई हैं। इससे साफ है कि पार्टी में काफी नाराज चल रही हैं। यही वजह है कि वो बीजेपी में जाने की तैयारी कर रही हैं। हलांकी इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। रीता बहुगुणा की तरफ से भी ना तो इस खबर का खंडन किया गया है और ना ही इसे सही बताया गया है। इस खामोशी का सीधा मतलब यही है कि परिवर्तन करीब है।
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