राज्यपाल को सौंपे गये कांग्रेस के ज्ञापन में कहा गया है कि लखीमपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ियों से कुचलने की अमानवीय घटना से पूरा देश स्तब्ध है, लेकिन राज्य सरकार ने इस संबंध में संवेदना व्यक्त करने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी को अवैध रूप से गिरफ्तार करके उनके साथ दुर्व्यवहार किया जो लोकतंत्र की हत्या है।
उन्हें चार दिन तक सीतापुर पीएसी कंपाउंट में बंधक बनाकर रखा गया। यही नहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को एयरपोर्ट से लौटा दिया गया और राष्ट्रीय नेता राहुल गाँधी को भी लंबे समय तक रोका गया। ज्ञापन में कहा गया है कि माननीय राष्ट्रपति इन घटनाओं का संज्ञान लेकर कार्रवाई करें।
इससे पहले ज्ञापन देने पहुँचे कांग्रेस नेताओं को राजभवन में प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। इस पर नाराज़ पार्टी नेताओं ने राजभवन के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। भारी तादाद में जुटे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि तानाशाह योगी सरकार अपने नाकामियों को छिपाने जनता की आवाज बुलंद करने वाले कांग्रेस नेताओं का उत्पीड़न कर रही है। योगी जी बार बार अपराधियों के घर बुलडोजर चलवाने की धमकी देते हैं, वे बतायें कि लखीमपुर कांड के दोषियों के घर बुलडोजर कब चलेंगे और उनके चेहरे वाले पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर कब लगाये जायेंगे?
कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा “मोना“ ने कहा कि पूरे प्रदेश में भय का वातावरण बनाकर बीजेपी गरीबों मजलूमों की आवाज दबा रही है। भारतीय संविधान के साथ खिलवाड़ करने के साथ ही तानाशाही आपराधिक रवैया अपना कर लोकतंत्र की हत्या करने में योगी सरकार ज़रा भी नहीं हिचकती।
विधानपरिषद में कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती थी लेकिन उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने से मुकर गई। आज देश के किसान आंदोलित हैं। दिल्ली को घेरे बैठे हैं। आंदोलन कुचलने में नाकाम रही सरकार किसानों को कुचलने में जुट गयी है। केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किसानों को दो मिनट में ठीक करने का ऐलान करते हैं तो हरियाणा के मुख्यमंत्री भाजपा कार्यकर्ताओं को हाथ में लट्ठ लेकर किसानों पर टूट पड़ने की सीख दे रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र को बरखास्त नहीं किया जाता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। कांग्रेस किसानों की लड़ाई में पूरी तरह साथ है। कांग्रेस नेताओं के आक्रोश को देखते हुए बाद में राजभवन से मुलाकात की अनुमति दी गयी।