10 लाख लोग जुटाने का लक्ष्य रैली के माध्यम से टिकट के दावेदारों और पदाधिकारियों को 10 लाख लोग जुटाने का लक्ष्य है। गठबंधन से अलग होने के बाद अकेले चुनाव लड़ने के मिशन पर कांग्रेस पूरी तरह से चुनावी मोड में है।
गौरतलब है कि शनिवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रविवार को कांग्रेस के यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने अकेले चुनाव लड़ने पर कॉ़न्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने मायावती के जवाबों का पलटवार कर कहा कि अगर कोई उन्हें साथ नहीं लेना चाहता है तो यह उनका फैसला है। लोकसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच की लड़ाई है। गुलाम नही आजाद और राज बब्बर ने रैलियों के लिए की तैयारियों के लिए जरूरी निर्देश भी दिए।
12 बड़ी रैलियां यहां पर फरवरी में राहुल के मिशन यूपी की शुरुआत लखनऊ से होगी। इसी के साथ पश्चिम यूपी, अवध, पूर्वी यूपी और बुंदेलखंड में फरवरी में पार्टी की 12 बड़ी रैलियों का आयोजन होगा। यह रैली कांग्रेस की लोकसभा चुनाव की तैयारियों में से एक है। लखनऊ में होने वाली पहली रैली जहां तक संभव है रमाबाई मैदान में की जाएगी। रैली में जितने लोग आएंगे, उसी से उनकी मजबूती तय होगी। रैली में लोगों को लाने के लिए जिलेवार बसों के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।