पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और छत्तीसगढ़ के प्रभारी पी.एल.पुनिया, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत करने एयरपोर्ट पहुँचे थे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया, न भूपेश बघेल को बाहर आने दिया गया। पुलिस ने पूरे एयरपोर्ट को छावनी में बदल दिया था। ऐसी हालत में भूपेश बघेल एयरपोर्ट के अंदर धरने पर बैठ गये। लखनऊ स्थित कांग्रेस मुख्यालय में उनकी प्रेस कान्फ्रेंस तय थी जिसे उन्होंने फोन से संबोधित करते हुए स्थिति को अभूतपूर्व बताया। उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री से भला कानून व्यवस्था को क्या खतरा हो सकता है। वे किसानों से मिलने जाना चाहते थे, प्रियंका गाँधी से सीतापुर में जाकर मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन ऐसा लगता है कि योगी सरकार को सामान्य मर्यादा का भी भान नहीं रहा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रियंका गाँधी पर जो धाराएं लगायी हैं वे हास्यास्पद हैं। चूँकि प्रियंका गाँधी 10 अक्टूबर को बनारस की रैली से योगी सरकार के खिलाफ सिंहनाद करने जा रही हैं, कांग्रेस यूपी में यात्राएँ निकालकर जनता के सवालों को बीच बहस लाने की तैयारी कर रही है, इसलिए सरकार प्रियंका गाँधी पर ज़ुल्म कर रही है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के पास अंग्रेजों को भगाने का अनुभव है, अंग्रेजों से माफी माँगने वालों की सत्ता का अंत भी कांग्रेस ही करेगी। कांग्रेस के सभी कार्यक्रम पूर्ववत जारी रहेंगे।