लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने कमर कस ली है। इसके तहत प्रदेश की अपनी सभी जिला कमेटियों को भंग कर दिया था। उसके बाद नई कमेटियां बनी अौर कुछ के गठन की प्रक्रिया चल रही है। कांग्रेस संगठन पर सालों से काबिज बुजुर्ग नेताओं को हटाकर 40 साल से कम उम्र के युवा नेताओं के मजबूत कंधों का सहारा लेना चाहती है।
बायोडाटा से होगी योग्यता की पहचान सूत्रों के मुताबिक नदीम जावेद ने अल्पसंख्यक नेता की तलाश के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के लगभग 40 जिलों में अच्छे नेताअों की योग्यता को निहारने का निर्देश दे दिए हैं। इसके लिए नेताओं के बायोडाटा लिए जाएंगे जिनमें उन्होंने समाज के लिए क्या-क्या किया है यह देखा जाएगा। जाहिर है कि अगर आपमें काबिलियत है तो आप कांग्रेस अल्पसंख्यक इकाई में नेता और पदाधिकारी चुने जा सकते हैं।
पूर्व सांसदों व विधायकों को बुलाकर की बैठक प्रियंका गांधी ने वेस्ट यूपी के कई जिलों के पार्टी के पूर्व सांसदों और पूर्व विधायकों को बुलाकर बात की। प्रियंका ने उनसे भी राय ली है कि पार्टी कैसे मजबूत हो। प्रियंका कांग्रेसियों को भरोसा दे रही हैं कि जल्द ही कांग्रेस का संगठन मजबूती से खड़ा होगा। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर युसुफ कुरैशी का कहना है कि प्रदेश के 75 जिलों में कांग्रेस के ऊर्जावान लोग संगठन संभालेंगे।
मुस्लिम वोटबैंक पर नजर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में कांग्रेस अपने पुराने मुस्लिम वोटबैंक को वापस लाने की कवायद में है। पार्टी का मानना है कि आने वाले दिनों में सवर्ण मतदाता बीजेपी से नाराज होकर कांग्रेस की तरफ रुख करेंगे। पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले ऐसा होना शुरू हो जाएगा।