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अमेठी में अपना गढ़ बचाने के लिए रणनीति बदलेगी कांग्रेस!

locationलखनऊPublished: Oct 12, 2017 01:03:08 am

Submitted by:

Prashant Srivastava

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की अमेठी में जनसभा के बाद कांग्रेस का किला कमजोर होता दिखा रहा है।

raj babbar
लखनऊ. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की अमेठी में जनसभा के बाद कांग्रेस का किला कमजोर होता दिखा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अमेठी-रायबरेली को लेकर अपनी रणनीतियों में परिवर्तन करने की योजना तैयार कर रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को आलाकमान की ओर से अमेठी-रायबरेली में कमजोर होते संगठन को मजबूत करने के निर्देश दे दिए हैं। इसी सिलसिले में जल्द ही बड़े-नेताओं की बैठक भी होने वाली है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी अब हर तीन महीने में अपने लोकसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे। वहीं प्रियंका गांधी भी जल्द ही रायबरेली व अमेठी आएंगी।
कांग्रेस गिनाएगी अपने काम

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के नेता रायबरेली-अमेठी की जनता को कांग्रेस सरकार के दौर में हुए कामों को गिनाएंगे। इस सिलसिले में राजधानी लखनऊ में बीजेपी के खिलाफ पोस्टर भी लगाए गए। इन पोस्टर्स पर लिखा था-काम मेरा, नाम तेरा। यानि बीजेपी जिन परियोजनाओं का शिलान्यास अमेठी में कर रही है वो कांग्रेस द्वारा प्लान की गई थीं।कांग्रेस के प्रदेश सचिव शैलेंद्र तिवारी का कहना है कि बीजेपी दूसरे के काम का क्रेडिट लेना चाहती है। मेट्रो का क्रेडिट जिस तरह से बीजेपी ले रही है उसी तरह अमेठी -रायबरेली से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है।
इसके अलावा सीधे पार्टी में नए कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, “प्रदेश के 16 निगमों में 3 लाख नए कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़ने पर काम शुरू किया जाएगा। इसके बाद सभी को बारी-बारी से कॉल भी जाएगी, जिसमें कांग्रेस का इतिहास बताते हुए उसकी नीतियों को बताया जाएगा। 2 मिनट की इस कॉल को पूरी सुनने के बाद उसके पास सदस्यता कन्फर्म होने का मेसेज आएगा। यदि कॉल रिसीव नहीं होती है तो अलगे 1 हफ्ते में उसके पास फिर से 2 बार कॉल की जाएगी।”
संजय सिंह का घट सकता है कद

कांग्रेस अमेठी राजघराने के राजा व राज्यसभा सांसद संजय सिंह का घटाने की तैयारी में है। संजय और अमीता अमेठी क्षेत्र से पीसीसी के सदस्य नहीं हैं। माना जा रहा है कि दोनों का चुनाव सुलतानपुर क्षेत्र से होगा। संजय फिलहाल असोम से राज्यसभा सदस्य हैं। वहीं, अमीता विधानसभा चुनाव में काफी मुश्किल के बाद अमेठी से टिकट पाकर लड़ी थीं और 20 हजार वोट पाकर चौथे नंबर पर रही थीं। इसकी एक वजह राजघराने का पारिवारिक विवाद है और दूसरी वजह गांधी परिवार का सीधा दखल है। अमेठी से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सांसद का चुनाव लड़ते हैं। लिहाजा राहुल के सीट बदलने तक कांग्रेस के सिंबल पर डॉ़ सिंह के यहां से उम्मीदवार होने की गुंजाइश नहीं दिखती।
अराधना मिश्रा का बढ़ेगा कद

नगर निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के संगठन में भी अहम बदलाव किए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक विधायक अराधना मिश्रा को कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का इंचार्ज बनाया जा सकता है। पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह का नाम भी तेजी से चल रहा है। पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संगठन में अहम बदलाव के संकेत दिए थे। ऐसे में युवाओं को तरजीह मिलने की पूरी उम्मीद की जा रही है। इसी कारण अराधना मिश्रा का कद बढ़ सकता है। अब कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट बिना मुखिया का हो गया है। कांग्रेस के पास जो 23 प्रवक्ता बचे हैं, उनमें 22 ऐसे हैं जिनके आगे पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री जैसा कद नहीं है। वहीं विधायक अदिति सिंह को भी यूथ कांग्रेस में अहम पद मिल सकता है। उन्हें प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है।

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