इससे उपभोक्ताओं को बिलिंग की एक आसान व्यवस्था मिलेगी, जिससे वह अपने घर बैठे ही स्वयं अपना बिल जनरेट कर सकेंगे और बिल भी प्राप्त कर सकेंगे।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया कि नए उपभोक्ताओं को इस व्यवस्था का लाभ लेने के लिए पहले नजदीकी विद्युत कार्यालय या बिलिंग काउंटर से बिल को जनरेट करवाना होगा। फिर दूसरा बिल वे इससे निकाल सकेंगे।
बकायेदार उपभोक्ता एकमुश्त समाधान योजना के तहत अपना अंतिम हिसाब कराने के बाद इस एप का लाभ ले पाएंगे। यदि बिल निकालने में किसी तरह की दिक्कत होती है तो अपने क्षेत्र के एसडीओ व अधिशासी अभियंता से संपर्क कर सकेगें या हेल्पलाइन नंबर 1912 पर कॉल कर सकेंगे।
इस वेबसाइट या कंज्यूमर एप पर माह में एक बार ही मीटर रीडिंग दर्ज की जा सकेगी। कर्रेंट मीटर रीडिंग के साथ ही आखिरी महीने की डिमांड रीडिंग को भी दर्ज करना होगा।
ट्रस्ट बिलिंग की वास्तविकता की जांच के लिये विभाग उपभोक्ता के परिसर में जाकर मीटर की सही रीडिंग का क्रॉस चेक करता रहेगा। गड़बड़ी मिलने पर डेढ़ गुना अतिरिक्त एनर्जी चार्ज भी वसूल किया जाएगा।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि ट्रस्ट बिलिंग के तहत सेल्फ बिल जनरेशन की सुविधा घरेलू और कमर्शियल श्रेणी के 9 किलोवाट लोड के उपभोक्ताओं को दी जाएगी। ऐसे उपभोक्ता अब घर बैठे अपना स्वयं का बिल जनरेट कर पाएँगे।
उपभोक्ताओं को यूपीपीसीएल की वेबसाइट www.uppcl.org या www.upenergy.in पर लॉगिन करना होगा।
इसके बाद उपभोक्ता को वेबसाइट की कंज्यूमर कॉर्नर में जाकर “सेल्फ बिल जनरेशन” को क्लिक करके लॉगिन कर रजिस्टर करना होगा। इसके बाद अपने विद्युत कनेक्शन के खाता संबंधी विवरण को दर्ज कर वर्तमान मीटर रीडिंग के साथ पिछले महीने की डिमांड रीडिंग को दर्ज करना होगा।
ऐसे करें एप्लीकेशन
प्ले स्टोर से यूपीपीसीएल कंज्यूमर ऐप (UPPCL Consumer App) को डाउनलोड कर लॉगिन करना होगा। इस पर लॉगिन के बाद सेल्फ बिल जनरेशन का विकल्प मिलेगा। इस तकनीक को अपनाने के बाद 24 से 48 घंटे में उपभोक्ता का बिल जनरेट हो जाएगा। उसके रजिस्टर्ड मेल या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस से बिल की जानकारी मिल जाएगी।