गुरुवार शाम से लेकर शुक्रवार दोपहर तक प्रदेश भर में 44 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इनमें 4० वह लोग हैं जो दिल्ली में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शिरकत करके लौटे हैं। 34 टेस्ट लखनऊ के केजीएमयू की लैब में हुए। केजीएमयू के आइसोलेशन वार्ड के इंचार्ज डॉ. सुधीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इनमें कानपुर के 6, आगरा के 8, बलरामपुर के 12, आजमगढ़ के 4, प्रतापगढ़ का एक, हरदोई के 2 व शाहजहांपुर का एक मरीज शामिल हैं। इसके अतिरिक्त बाकी 10 टेस्ट राज्य की अलग-अलग लैब में हुए, इनमें कोरोना का संक्रमण पाया गया है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने आने के बाद जिला प्रशासन अब स्थानीय स्तर पर जमात से जुड़े लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री निकालने में जुटा है। जिससे संपर्क में आए लोगों को भी आइसोलेट करा कर जांच की जा सके। माना जा रहा है कि जमात के लोगों में इतनी भारी तादाद में मिले कोरोना वायरस की वजह से उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या और बढ़ सकती है।
तब्लीगी जमात के 211 विदेशियों के पासपोर्ट जब्त, 32 पर मुकदमा- नयमों और निर्देशों की धज्जियां उड़ाकर दिल्ली में तब्लीगी जमात के कार्यक्रमों में शामिल होकर उत्तर प्रदेश की विभिन्न मस्जिदों में छिपे 287 विदेशियों में 211 के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं। उनके खिलाफ 34 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा जिलों में पकड़े गए अन्य जमातियों के खिलाफ भी बड़ी संख्या में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। सिर्फ मेरठ और आसपास के जिलों में ही लगभग 450 लोगों पर मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इन जमातियों पर महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बरेली की दरगाह में जुटी 300 से ज्यादा मुरादियों की भीड़- दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में लोगों की भीड़ मिलने के बाद बरेली की दरगाह शाहदाना वली में भी बड़ी तादात में लोगों की भीड़ मिली है। दरगाह परिसर में करीब 300 लोगों के एक साथ मिलने के बाद हड़कम्प मच गया। भीड़ में महिलाएं, बच्चे भी शामिल थे जो अपना इलाज कराने के लिए दरगाह पर पहुँचे थे। इसकी जानकारी जब प्रशासन को मिली तो हड़कम्प मच गया और प्रशासन ने आनन फानन में दरगाह परिसर को खाली करवाया और लोगों को स्क्रीनिंग करा कर उनके घरों के लिए रवाना किया। यह सभी रामपुर, सीतापुर, पीलीभीत व अन्य जिलों से आए थे। प्रबंधन ने दरगाह के गेट को बंद कर दिया था, इसके बाद भी कई मुरीद दरगाह के बाहर जमा रहे। इनमें से कई घर जाने के लिए तैयार हीं नहीं थे। शुक्रवार को जैसे-तैसे करके इन्हें हटाया गया।