बता दें कि पोलियो, निमोनिया, टिटनेस, जेईई, डिप्थीरिया समेत कई अन्य प्रकार से रोगों से बच्चों, किशोरियों व गर्भवती को बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के टीके लगाने का प्रावधान है। अभियान चलाकर टीकाकरण किया जाता है। हर जिले में एएनएम सेंटरों पर प्रत्येक माह के बच्चों को टीका लगाया जाता है, बच्चों के टीकाकरण करने के लिए तेज से अभियान चलाकर गांव-गांव, घर-घर टीका लगाया जाता है।
मौजूदा वर्ष में टीकाकरण अभियान को कोरोना वॉयरस संक्रमण के चलते ग्रहण लग गया है। कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च से 30 अप्रैल तक टीकाकरण अभियान पूरी तरह ठप रहा। इसके बाद भी कोरोना संक्रमण के लगातार आते मामलों के चलते अब तक अभियान गति नहीं पकड़ सका है। प्रदेश के हर जिले में कोरोना संक्रमण के चलते अभियान गति नहीं पकड़ पा रहा है।
नहीं लग पा रहे डॉग बाइट के इंजेक्शन
यूपी के कई जिलों में तो कोरोना के कारण अस्पतालों में डॉग बाइट के इंजेक्शन भी नहीं लग पा रहे हैं। कोरोना के दौरान जो लोग कुत्ते के काटने का शिकार हुए हैं कोरोना के कारण उनको भी समय से एंटी रैबीज वैक्सीन का इंजेक्शन नहीं लग पा रहा है। जो लोग अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन का इंजेक्शन लगवाने के लिए जा रहे हैं तो कोरोना के डर के कारण उनको एंटी रैबीज वैक्सीन का इंजेक्शन खत्म होने की बात कहकर वापस लौटा दिया जाता है। कोरोना के कारण यूपी के हर जिले के अस्पतालों में डॉग बाइट के इंजेक्शन नहीं लग पा रहे है। अगर कोई ज्यादा जबरदस्ती करें तो इस स्थिति में बहुत मात्रा में एंटी रैबीज वैक्सीन का इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। प्रदेश के कई अस्पतालों में तो स्टॉक खत्म होने के कारण मरीजों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है।
कोविड-19 की स्थिति का आंकलन करने के बाद नाईट कर्फ्यू लगाने का निर्देश
कोरोना संक्रमण के एक बार फिर बढ़ते प्रसार को लेकर यूपी सरकार बेहद सक्रिय हो गई है। सीएम योगी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जिलाधिकारियों को कोरोना संक्रमण की स्थिति का आंकलन करके जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाने का निदेश जारी कर दिया है। कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाने के लिए मुख्य सचिव की ओर से नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इन दिशा-निर्देशों के मुताबिक कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए जिलाधकारी स्थानीय परिस्थितियों का आंकलन करते हुए रात्रि कर्फ्यू भी घोषित कर सकते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए धारा 144 लगाने का भी निर्देश दिया गया है। कोविड प्रोटोकाल का काफी सख्ती से पालन कराया जा रहा है।