मजूदरों की लिस्ट नहीं बनायी तो लेखपाल पर एफआईआर
सुलतानपुर के थाना मिलक कोतवाली में अनुशासनहीनता पर लेकर लेखपाल पर एफआईआर दर्ज की गयी है। कोरोना को लेकर डीएम ने लेखपाल को गांव के डेलीवेज मजदूरों की सूची तैयार करने के आदेश दिए थे। लेकिन, लेखपाल ने आदेश का पालन करने के बजाए, छुट्टी ले ली थी। वह पिछले कई दिनों से अनुपस्थिति चल रहा था। इसलिए उस पर यह कार्रवाई की गयी है।
रायबरेली में दूध की कालाबाजारी करने पर कार्रवाई
रायबरेली में लॉक डाउन में दूध पैकेट की कालाबाजारी करने पर एक युवक पर कार्रवाईं की गयी। युवक को मिल एरिया थाने के नेहरू नगर क्रासिंग पर पकड़ा गया। मामला थाना क्षेत्र के प्रगतिपुरम मोहल्ले से जुड़ा हुआ है। इसी के साथ रायबरेली जिला प्रशासन की चौकसी को देखते हुए सब्जी मंडी में आज भीड़-भाड़ नहीं दिखी। पुलिस सब्जी मंडी के आसपास गश्त करती नजर आई जिससे भीड़ नहीं जुटी।
फर्रुखाबाद में दावत करने पर एफआईआर
फर्रुखाबाद में एक व्यक्ति पर लॉकडाउन के दौरान दावत करने पर एफआईआर दर्ज की गयी है। तेहरवीं संस्कार की दावत करने से जुड़ा है। इस कार्यक्रम में 50 से अधिक लोग इकट्ठा हुए थे। कोतवाली मोहम्दाबाद क्षेत्र में यह कार्रवाई धारा 188, 270 के तहत की गयी। जिसमें परिवार के 4 लोग नामजद हुए हैं।
चंदौली में कमिश्नर ने किया दौरा
चंदौली में लॉक डाउन के दूसरे दिन कमिश्नर वाराणसी ने चंदौली का दौरा किया। उनके साथ डीएम भी थे। दोनों अधिकारियो ने नागरिकों को बताया कि जल्द ही सारी चीजें व्यवस्थित हो जाएंगी। होम डिलीवरी की प्रक्रिया निराश्रित परिवारों के लिए की जा रही है। इसके साथ ही लोग खुद भी आगे आकर निराश्रितों की मदद करें।
सोनभद्र में डीएम-एसपी ने मंडी समिति का लिया जायजा
सोनभद्र में लॉकडाउन के दौरान सब्जी मंडी में भीड़ न होने देने के लिए जिला प्रशासन ने खुदरा सब्जी विक्रेताओं को पास जारी करने का निर्णय लिया है। डीएम और एसपी ने मंडी समिति का दौरा करने के बाद बताया कि होम डिलीवरी के माध्यम से लोगों तक सामान पहुंचाया जाएगा। चयनित मेडिकल स्टोर और किराना स्टोर्स को भी होम डिलीवरी के लिए मंडी समिति से पास जारी किया जा रहा है।
रायबरेली में पैरा मेडिकल स्टॉफ को ट्रेनिंग में लापरवाही
रायबरेली जिला अस्पताल में बुधवार को सीएमएस द्वारा चिकित्सा कर्मचारियों को साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की ट्रेनिंग दी गयी। ट्रेनिंग में मरीजों को छूने से पहले और इलाज करने बाद साबुन से हाथ को धोने पर विशेष बल दिया गया। लेकिन ट्रेनिंग के दौरान पैरा मेडिकल स्टॉफ ने मास्क नही पहना था। नर्सो ने भी इस तरह की लापरवाही बरती। लेकिन सीएमएस ने इस पर ध्यान नहीं दिया।