यूपी में अब तक हजारों नमूनों की जांच हो चुकी है। अभी जांच रिपोर्ट के लिए छह से आठ घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। परिवार कल्याण विभाग के महानिदेशक डॉ. बद्री विशाल ने बताया कि संक्रमण वाले जिलों में किट भेजी जाएंगी। बीते शुक्रवार को केजीएमयू में विभागाध्यक्षों की बैठक में रैपिड किट की सुविधा उपलब्ध कराए जाने पर चर्चा हुई थी। कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट ने कहा कि यह सुविधा कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए वरदान साबित होगी।
मेडिकल स्टोर पर नहीं बिकेगी किट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने रैपिड टेस्टिंग किट्स कोविड-19 को मंजूरी दे दी है। जिस प्रकार से प्रेग्नेंसी जांचने के लिए किट होती है, उसी प्रकार से यह किट भी होगी। खास बात यह है कि मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध नहीं होगी। जिन अस्पतालों में कोरोना वायरस की जांच हो रही है या जिन्हें सरकार ने अधिकृत किया है। वहीं पर यह किट उपलब्ध होगी।