लखीमपुर सहित हमीरपुर, झांसी, बांदा, ललितपुर, जालौन, चित्रकूट, श्रावस्ती, बहराइच, महोबा, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव व बरेली जिले में भी विद्युतीकरण कार्य के दौरान घोटाला किया गया। जल्द ही इन जिलों के में भी एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है। लखीमपुर में हुए घोटाले के मामले में तात्कालिक जेई जहीर हसन, गया सिंह और एलएनटी के तात्कालिक प्रोजेक्ट मैनेजर नारायण को विजिलेंस ने आरोपी बनाया है।
करोड़ों का नुकसान 18 जुलाई 2014 को विजिलेंस को घोटाले की जांच सौंपी गई थी। इस योजना के तहत लखीमपुर में 632 गांवों में विद्युतीकरण किया गया था। इन गांवों में किए गए विद्युतीकरण कार्य की जब जांच की गई तो पता चला पावर कॉरपोरेशन को इन गांवों में 14 लाख 63 हजार रुपये का नुकसान हुआ है। विभाग को हुए नुकसान का सीधा फायदा कार्यदाई संस्था को मिला है। 632 गांव में किए गए कार्य में हुए घोटाले के तहत विभाग को लगभग दस करोड़ नुकसान हुआ है।
बिजली बिल बकाया, 66 स्कूलों की कटी गई बिजली एक करोड़ रुपये से अधिक का बिजली भुगतान न होने से पर राजधानी के 66 स्कूलों की बिजली काट दी गई है। इन दिनों बिजली विभाग अभियान चला रहा है। इस अभियान में विभाग उन स्कूलों की बिजली काट रहा है। जिन स्कूलों का कनेक्शन काटा गया है उनका बिल कई महीनों से बकाया है। इससे पहले विभाग ने चिनहट ब्लॉक के लगभग करीबन 47 स्कूलों की बिजली काटी थी। 47 स्कूलों की बिजली गुल करने के बाद भी जब बेसिक शिक्षा विभाग ने बिजली विभाग के नोटिस का किसी तरीके से जवाब नहीं दिया उसके बाद 66 स्कूलों की बिजली काटी गई है।