भाजपा पर किसानों के शोषण का आरोप शेखर दीक्षित ने आगे कहा कि कृषि मंत्री को अन्नदाताओं को लेकर ऐसा घटिया बयान देने पर शर्म आनी चाहिए। जिन किसानों से झूठे वादे करके भाजपा सत्ता के शिखर पर बैठी है, वही किसान आने वाले समय में तानाशाही सरकार का अहंकार तोड़ देंगे। दीक्षित ने कहा कि केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार की योजनाएं वैसे भी किसानों के शोषण का काम कर रही हैं। किसानों से किये गए वादों के नाम पर उन्हें लॉलीपॉप पकड़ा दिया गया। ऊपर से बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के घटिया बयान इस बात का सुबूत हैं कि किसानों से उन्हें कोई मतलब नहीं। बीजेपी की ओर से केवल किसानों को वोट बैंक मानकर उन्हें मूर्ख बनाने का काम किया जा रहा है।
बीजेपी नेताओं को अहंकार छोड़ने की नसीहत दीक्षित ने कहा कि ये पहली बार नहीं है जब किसानों को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और जिम्मेदारों की ओर से इस तरह की घटिया बयानबाजी की गयी हो। इससे पहले केंद्रीय मंत्री
मेनका गांधी ने किसानों के गन्ना भुगतान को लेकर उन्हें गन्ना न बोने की सलाह दे रही थी। वही
मध्य प्रदेश बीजेपी के एक नेता किसानों को धोखेबाज कहते हुए उन्हें जूते मारने को कह रहे थे। दीक्षित ने कहा कि सत्ता के शिखर पर बैठे बीजेपी के नेताओं में अहंकार आ गया है इसलिए वे भगवान के समान अन्नदाताओं को गाली दे रहे हैं लेकिन उन्हें ये याद रखना चाहिए कि किसान हमारे भगवान हैं और भगवान को गाली देना सबसे बड़ा पाप है। पाप का घड़ा भर चुका है, जो जल्द फूटने वाला है।