16 जनवरी को देश के साथ उत्तर प्रदेश के 852 सेंटरों पर कोविड-19 का टीका हेल्थ वर्करों को लगाया जायेगा, जिनको चिन्हित कर सूची तैयार की जा चुकी है। लेकिन कोरोना वैक्सीन लगने वाली लाभार्थियों की लिस्ट में भारी लापरवाही सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग की अपने कर्मचारियों की जारी सूची में एक मृतक नर्स, एक रिटायर्ड नर्स व संविदा समाप्त होने वाले डॉक्टर का नाम शामिल पाया गया है। जब अयोध्या के जिला चिकित्सालय में बने वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण करने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह पहुंचे, तब इस लापरवाही से पर्दा उठा। इससे नाराज मंत्री ने लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कही।
मृत का नाम लिस्ट में शामिल ड्राई रन के दूसरे चरण में प्रदेश के 1500 सेंटरों पर टीकाकरण का रिहर्सल किया गया है। जिला महिला चिकित्सालय की ओर से 1500 लाभार्थियों की सूची भी इसी क्रम में तैयार की गई थी। लिस्ट में मैटर्न कुसुमलता श्रीवास्तव का नाम शामिल है, जबकि इनकी मौत हो चुकी है। इसी तरह सिस्टर मेवाती चौधरी जो कि रिटायर हो चुकी हैं और संविदा चिकित्सक स्मृता का नाम भी लिस्ट में शामिल गया है। स्मृता का अयोध्या से स्थानांतरण हो चुका है। उनका नाम लिस्ट में शामिल होने पर यह मामला प्रकाश में आया।
फर्स्ट फेस में 11 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन राजधानी लखनऊ में मंगलवार को कोरोना की 1.6 लाख वैक्सीन की पहली खेप पहुंची है। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर पुणे से इंडिगो की फ्लाइट से आई इस वैक्सीन को स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने प्राप्त किया। यूपी को पहले चरण में 11 लाख टीके मिलेंगे। पहले चरण में प्रदेश में नौ लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए जाएंगे। कोविड ऐप (Covid App) पर इन सभी का पंजीकरण कराया जा चुका है। ये टीके लखनऊ मंडल के छह जिलों लखनऊ, रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर व उन्नाव में लगाए जाने के लिए आए हैं।
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