scriptयूपी में 1000 करोड़ का होगा कोविड केयर फंड, बेसिक शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 76.14 करोड़ रुपए | Covid care fund to be 1000 crore for fight from corona in UP | Patrika News

यूपी में 1000 करोड़ का होगा कोविड केयर फंड, बेसिक शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 76.14 करोड़ रुपए

locationलखनऊPublished: Apr 04, 2020 10:42:23 am

Submitted by:

Neeraj Patel

कोविड-19 से निपटने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन स्वैच्छिक दिया है।

यूपी में 1000 करोड़ का होगा कोविड केयर फंड, बेसिक शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 76.14 करोड़ रुपए

यूपी में 1000 करोड़ का होगा कोविड केयर फंड, बेसिक शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 76.14 करोड़ रुपए

लखनऊ. उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से निपटने के लिए जनता के सहयोग से कोविड केयर फंड की स्थापना का एलान किया है। कोविड केयर फंड 1000 करोड़ रुपए होगा। इस फंड में 76.14 करोड़ रुपये का पहला अंशदान बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और शिक्षकों ने स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन देकर किया। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी ने मुख्यमंत्री को उनके सरकारी आवास पर इस फंड के लिए 76.14 करोड़ रुपए की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए प्रदान किया है।

कोविड-19 से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों में सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से विभाग के सभी अधिकारियों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन स्वैच्छिक दिया है। योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से इस आपदा के दौरान जरूरतमंदों की मदद के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का कार्य कर रही है।

यूपी सीेम योगी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लंबी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को मजबूत करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड केयर फंड के माध्यम से राज्य के मेडिकल कॉलेजों में टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़ाने का काम किया जाएगा। क्वारंटाइन वार्ड, आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर की व्यवस्था करने के साथ एन-95 मास्क, पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट और सैनिटाइजर बनाने की कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी। कोविड-19 के बेहतर उपचार के लिए हर जिले में लेवल-1, 2 व 3 के अस्पतालों की श्रृंखला बनाई जाएगी। इस फंड में सरकार तो मदद देगी ही, जनता के अलावा कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत औद्योगिक घरानों से भी सहायता ली जाएगी।

प्रदेश में तीन दिन में 1.6 करोड़ परिवारों को मिला राशन

देश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान एक अप्रैल से शुक्रवार तक के तीन दिनों में कुल 1.6 करोड़ परिवारों को राशन वितरित किया जा चुका है। शुक्रवार को खाद्य एवं रसद विभाग ने रात आठ बजे तक 57.91 लाख परिवारों के 2.46 करोड़ लोगों के लिए राशन उपलब्ध कराकर नया कीर्तिमान बनाया। दो अप्रैल को भी 55.61 परिवारों को राशन वितरण का रिकार्ड बना था, जो एक दिन में ही टूट गया। विषम परिस्थितियों के बावजूद एक अप्रैल से अब तक कुल 1.6 करोड़ परिवारों के 6.73 करोड़ लोगों को 3,96,540 मीट्रिक टन राशन दिया जा चुका है, जिसमें 63.2 लाख श्रमिक परिवारों के 2.47 करोड़ लोगों को निशुल्क राशन दिया जा चुका है।

एक अप्रैल से प्रारंभ सामान्य वितरण व्यवस्था 12 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी। 12 अप्रैल को वह कार्डधारक भी प्रॉक्सी के माध्यम से राशन ले सकेंगे, जिनका आधार प्रमाणीकरण संभव नहीं है। 15 अप्रैल से निश्शुल्क वितरण शुरू किया जाएगा, जिसमें सभी कार्डधारकों को उनके राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों के आधार पर प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल निशुल्क वितरण किया जाएगा।

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