वंशराज दुबे ने कहा कि कानपुर में 12 वी में पढ़ने वाले प्रभात मिश्रा को पुलिस ने गोलियों से भून दिया जबकि उसके विरुद्ध कोई FIR नही थी, वही दूसरी तरफ नवविवाहिता ख़ुशी दूबे जो निर्दोष होने के बावजूद जेल में सड़ रही है ,पत्रकार विक्रम जोशी और शुभम मणि त्रिपाठी की हत्त्या हो जाती है, प्रयागराज में एक ब्राह्मण परिवार के चार लोगों की गला काटकर हत्त्या कर दी जाती है।
प्रतापगढ़ में दो ब्राह्मण लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्त्या कर दी जाती है, गोरखपुर में वकील राजेश्वर पांडेय की हत्त्या तथा औऱया में LIC एजेंट मनोज दूबे की हत्त्या ये तमाम मामले इस बात का सबूत हैं की उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है।वंशराज दुबे ने उदाहरण देते हुए कहा कि खुद भाजपा के विधायक देवमणि द्विवेदी ने विधान सभा में सवाल पूछा कि “प्रदेश में कितने ब्राह्मण मारे गये। वंशराज दुबे ने भाजपा के एम०एल०सी० उमेश द्विवेदी का ज़िक्र करते हुए कहा कि उन्होंने ब्राह्मणों के जीवन बीमा कराने की बात कही,यानि उनका जीवन सुरक्षित नही है। इन तमाम घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया है कि आज उत्तर प्रदेश की योगी राज में बीजेपी का फुल फॉर्म भारतीय जनता पार्टी से बदलकर ब्राह्मण जानलेवा पार्टी हो चुका है।