लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बसपा प्रमुख मायावती को उत्तर प्रदेश में अब उन्हीं की रणनीति से घेरने की योजना तैयार की है। बसपा को उसी के हुनर से मात देने की रणनीति पर काम कर रही भाजपा गांव-गांव में घूमकर अंबेडकर के गुण गाएगी। साथ ही लोगों लोगों को बताएगी की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बाबा साहेब के दिखाए रास्ते पर ही चल रहे हैं। अंबेडकर के जन्म दिवस के मौके पर बसपा के अंदाज में भाजपा उसे जवाब देने की पूरी तैयारी कर चुकी है। 14 से 16 अप्रैल तक प्रदेश में भाजपा समरसता दिवस मनाने जा रही है। दलितों को पार्टी से जोड़ने के एजेंडे पर काम कर रही भाजपा की रणनीति ग्रामीण इलाकों में बसपा के गढ़ पर कब्जे की है।
यूपी के सभी जिलों में समरसता दिवस मनाएगी भाजपा
पार्टी नेतृत्व ने सभी जिला इकाइयों को समरसता दिवस मनाने का कार्यक्रम भेजा है। 14 अप्रैल से शुरू होने वाले समरसता कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह अंबेडकर महासभा जाकर करेंगे। राजनाथ सिंह के महासभा जाने को लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती की रैली का जवाब माना जा रहा है।
तीन दिन चलेगा कार्यक्रम
भाजपा के तय कार्यक्रम के मुताबिक पार्टी पूरे तीन दिन तक समरसता दिवस आयोजित करेगी। इसके तहत भाजपा कार्यकर्ता मंडलवार अंबेडकर से जुड़े कार्यक्रम करने के साथ उनके दिखाए गए रास्ते पर चलने की अपील करेंगे। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता दलित बस्तियों में यह भी समझाएंगे की मोदी सरकार की योजनाएं और नीतियों किस तरह अंबेडकर की सोच से जुड़ी हुई हैं। भाजपा इस दौरान यूपी में दलितों की हत्या एवं उत्पीड़न की घटनाओं और उस पर बसपा सुप्रीमो मायावती की चुप्पी पर भी सवाल खड़े करेगी।