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यूपी में इस मेयर का इतिहास रहा है अजब, पीएम तक मानते थे इनका लोहा

locationलखनऊPublished: Oct 29, 2017 04:35:21 pm

Submitted by:

Dikshant Sharma

बात हो रही है 21 साल मेयर का कार्यकाल निभा चुके दाऊजी गुप्ता की

dauji gupta

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लखनऊ। सूबे को प्रदेश का राजनीतिक गढ़ यूँही नहीं कहा जाता। इतिहास के पन्ने पलटें तो इसके कई प्रमाण देखे जा सकते हैं। नगर निकाय चुनाव के बिगुल के बाद जहां सब चुनावी तैयारियों में व्यस्त हैं हम आपको वो किस्सा बताते हैं जिसके चलते लखनऊ के नगर निगम लोहा देश के पीएम ने माना। बात हो रही है सबसे अधिक समय तक मेयर का कार्यकाल निभा चुके दाऊजी गुप्ता की।
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वर्ल्ड मेयर कांफ्रेंस के वाईस प्रेजिडेंट और डायरेक्टर

1971 में वर्ल्ड मेयर कांफ्रेंस हवाई (अमेरिका) में हुई थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए देश भर से तीन मेयर लखनऊ, बंगलोर और मुंबई को चुना था। दाऊजी गुप्ता ने सिर्फ भारत का प्रतिनिधित्व ही नहीं किया बल्कि वे विश्व भर से आए 2000 हज़ार मेयरों की बैठक के वाईस प्रेजिडेंट और डायरेक्टर भी चुने गए।
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21 साल तक रहे मेयर
दाऊजी गुप्ता अब तक सबसे लम्बे समय के लिए राजधानी के मेयर रहे हैं। वे 5 जुलाई 1971 से 27 मई 1992, यानी 21 साल तक मेयर रहे। इन्ही के कार्यकाल में मेयर पद की नियुक्ति का समय 1 साल से 5 साल हुआ था। दरअसल 1960 से 1973 तक मेयर सिर्फ एक साल के लिए ही चुने जाते थे।
1971 में आयी बाढ़ से निपटने के लिए लखनऊ नगर निगम ने अहम भूमिका निभाई थी। उस दौरान खुद इंद्रा गांधी बतौर प्रधानमंत्री राहत कार्यों का हाल चाल लेने लखनऊ आयी थी और दाऊजी गुप्ता से जानकारी ली थी।
फैक्ट फाइल
1924- लखनऊ नगरपालिका बोर्ड का गठन
1926- जगत नारायण पहले चेयरमैन
1960- पहली बार हुए चुनाव, 60 पार्षद चुने गए
1960- पहले मेयर राज कुमार श्रीवास्तव, भारतीय जनसंघ
1966- मदन मोहन सिंह सिद्धू, कांग्रेस के पहले मेयर
1971- बाढ़ से बखूबी निपटा नगर निगम
1973- 5 साल का हुआ मेयर का कार्यकाल

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