छठ पूजन अपने पारम्परिक पकवानों के लिए पर्व परिवार में अपना लगा स्थान रखता है,
इस बार आधुनिक पकवानों का भी रंग इस पर अपना रंग छोड़ते दिखा। ठेकुआ, मालपुआ, खीर-पूड़ी, खजूर, सूजी का हलवा,केला, अनानास बड़ा मीठा निंबू ,सेब, सिंघाड़ा ,मूली ,अदरक पत्ते समेत, गन्ना, कच्ची हल्दी ,नारियल चावल का बना लड्डू, जिसे लडुआ के साथ-साथ बनाना कस्टर्ड ,स्ट्रॉबेरी बर्फी व साबूदाना कस्टर्ड खीर का भोग भी प्रसाद के रूप में चढ़ाया गया।
महिलाओं को पूजन सारथी के रूप मे दिखी उन्होंने बताया कि, सबसे पहले टोकरी को धोकर उसमें ठेकुआ के अलावा नई फल सब्जियां भी रखी जाती हैं।
सूर्य को अर्घ्य देते वक्त सारा प्रसाद सूप में रखते हैं। सूप में ही दीपक जलता है।
लोटा से सूर्य को दूध गंगाजल और साफ जल से फल प्रसाद के ऊपर चढ़ाते हुए अर्घ्य दिया जाता है।
इसके बाद उन्होंने लम्बे सिंदूर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, चार दिनों तक चलने वाला छठ पूजा पर्व में किया जाने वाला व्रत दुनिया के सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है ।
स्त्रियां अपने सुहाग और बेटे की रक्षा करने के लिए भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर लगातार 36 घंटों तक का निर्जला व्रत रखती हैं ।
छठ पूजा स्त्रियां बड़ी निष्ठा और तपस्या से व्रत इसलिए रखती हैं की उनके सुहाग की रक्षा सदैव भगवान सूर्य करें । सिंदूर और सुहाग का रिश्ते के बारे में तो सभी जानते है, कि विवाह के समय वर वधू की मांग में सिंदूर भरता है
विवाह के बाद ही सौभाग्य के रूप में नियमित महिलाएं अपनी मांग में सिंदूर भरती है । लेकिन छठ पूजा में भी महिलाओं को माथे से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर लगाती हैं।
जो स्त्री अपने मांग के सिंदूर को बालों में छिपा लेती है, उसका पति समाज में भी छिप जाता है, उसके पति को सम्मान नहीं मिलता, इसलिए यह कहा जाता है कि सिंदूर लंबा और ऐसा लगाया दजाए कि वह सभी को दिखे कि यह सिंदूर माथे से लगाना आरंभ करके और जितनी लंबी मांग हो उतना भरा जाना चाहिए ।
यदि स्त्री के बीच मांग में सिन्दूर भरा है और सिंदूर भी काफी लंबा लगाती है,
तो उसके पति की आयु लंबी होती है । छठ का व्रत पति की लंबी आयु की कामना से रखा जाता है
इसलिए सुहाग के प्रतीक सिंदूर को विशेष रूप से छठ पूजा में लंगा लगाया जाता हैं ।
मवईया बनाया गया घाट
सम्पूर्ण घाट को पुष्प एवं दीपों से सजाया गया था साथ ही साथ प्राकतिक रंगों द्वारा बनाई गई रंगोली मनोरम दृश्य उत्पन कर रही थी