इन टॉपर्स ने किया इंस्पायर सीबीएसई 12वीं की टॉपर मेघना श्रीवास्तव। इतिहास में 100 अंक, भूगोल में 100 अंक और साइकोलॉजी में 100 अंक प्राप्त किए। लखनऊ की टॉपर सौम्या मिश्रा। इतिहास में 99 अंक, साइकोलॉजी में 100 अंक और भूगोल में 99 अंक हासिल किए। अभी तक सिर्फ विज्ञान वर्ग से संतुष्ट बैठे शहर के स्कूलों ने भी ‘ह्यूमैनिटीज को शुरू करने की तैयारी में लगे गए हैं।
बदल रहा ट्रेंड
11वीं में ‘ह्यूमैनिटीज को पढ़कर करियर बनाने की चाह रखने वाले होनहारों के लिए राजधानी में सीमित अवसर हैं। असल में, शहर के कई नामचीन स्कूलों में ह्यूमैनिटी की पढ़ाई का विकल्प ही नहीं है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 1800 से 2000 सीट ही उपलब्ध हैं।विज्ञान बच्चों की वरीयता सूची में ऊपर रहता रहा है। आज भी है। लेकिन, ट्रेंड अब बदल रहा है। कॉमर्स दूसरे नम्बर पर है। लगातार बिजनेस के क्षेत्र के बदलते आयामों ने इसकी मांग और भी बढ़ा दी है। फिलहाल, बड़ी संख्या में छात्र इस ओर बढ़ रहे हैं।
जीडी गोयनका स्कूल के चेयरमेन सर्वेश गोयल के मुताबिक, तीन चार साल पहले थे सिर्फ वहीं बच्चे ‘ह्यूमैनिटीज में दाखिले लेते थे जो सिविल सर्विसेज को अपना लक्ष्य बनाए थे। लेकिन, इधर ट्रेंड बदला है। इन विषयों को पढ़ने वालों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है।
लखनऊ पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल रश्मि पाठक के मुताबिक, एक मिथक रहा है कि अच्छे पढ़ने वाले बच्चे साइंस लेते हैं और कम स्कोर करने वाले ‘ह्यूमैनिटीज या कॉमर्स जैसे विषयों की पढ़ाई करते हैं।पिछले दो तीन वर्षों से लगातार ‘ह्यूमैनिटीज जैसे विषयों में छात्र अच्छे अंक लेकर आ रहे हैं और टॉप कर रहे हैं।