उत्तर प्रदेश में बच्चियों के साथ हुए बलात्कार की तमाम घटनाओं का विवरण देते हुए कहा गया है कि उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बन गया है। प्रदेश में बहू-बेटियां असुरक्षा, भय और आतंक में जी रहीं है। भाजपा सरकार पूर्णतया असंवेदनशील बन गई है और अपने संवैधानिक दायित्वों के निर्वाह में भी विफल है। अन्याय और अपराध का डरावना चेहरा बन चुकी राज्य सरकार सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है।
कहा गया है कि भाजपा सरकार से पीड़ितों को न्याय मिलने की कोई आशा नहीं है। आज भी मेरठ में एक रेप पीड़िता ने एस.एस.पी. आफिस के सामने आत्महत्या की कोशिश करने का प्रयास किया। लखीमपुर खीरी में छेड़छाड़ की रिपोर्ट न लिखी जाने पर युवती ने कीटनाशक पीकर जान दे दी। बापू भवन के अंदर क्षुब्ध किसान ने खुद को आग लगा ली। रायबरेली से एक पीड़िता परिवार सहित पैदल चलकर मुख्यमंत्री जी से न्याय की गुहार लगाने आई थी, उसने निराश होकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। प्रदेश में अपराधी बेखौफ है और राज्य सरकार उनके आगे नतमस्तक है।