ये हालात तब है जब स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंगू व मलेरिया पर लगाम लगाने के लिए दावे कर रहा है। स्वास्थ विभाग एंटी लारवा और नगर निगम के सहयोग से फॉगिंग कर बीमारियों पर लगाम लगाने की बात कर रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के यह प्रयास कारगर साबित होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।
लखनऊ में अगस्त से ही डेंगू मलेरिया के मामले सामने आने लगे थे। अनुमान यह लगाया जा रहा था कि बारिश खत्म होने के बाद मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की जाएगी, लेकिन बारिश खत्म हो जाने के बाद भी मच्छरों से होने वाली बीमारी मलेरिया व डेंगू पर लगाम लगाने में स्वास्थ्य विभाग कामयाब नहीं रहा है। राजधानी लखनऊ में औसतन डेंगू के प्रति दिन 20 मरीज मिल रहे हैं जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बने हुए हैं।