सावन का महीना भोलेनाथ का महीना माना जाता है। लेकिन सावन में पढ़ने वाले सोमवार का विशेष महत्व है। सोमवार शिव का प्रिय दिन मानी जाता है। इसी कारण सावन के सोमवार पर शिव की स्तुति करना पुण्यकारी माना जाता है।
लखनऊ शहर के प्राचीन मंदिर मनकामेश्वर मंदिर, महाकाल मंदिर और बुद्धेश्वर मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रही। महाकाल मंदिर में पूरे सावन महीने में महादेव को छप्पन भोग लगाया जाता है। यह परंपरा सावन के आखिरी सोमवार को भी पूरी की गई।
सावन के अंतिम सोमवार को शिव घोष से गूंजी काशी सावन के अंतिम सोमवार पर काशीपुराधीपति की नगरी में गजब का उत्साह देखने को मिला। चारों तरफ हर हर महादेव और बोल बम के जयकारों से काशी गूंजायमान हो गई। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की अटूट कतार लगी रही। काशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र कांवरियों की भीड़ के कारण केसरिया नजर आने लगा।
दशाश्वमेध, काशी विश्वनाथ मंदिर, ज्ञानवापी आदि मार्गों पर शिवभक्तों का रेला उमड़ पड़ा। मंगला आरती से शुरू हुआ दर्शन पूजन का सिलसिला शाम तक जारी रहा। प्रयागराज के शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
महादेव के दर्शन के लिए संगम नगरी प्रयागराज में भी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सिविल लाइन के विश्व प्रसिद्ध मंदिर में स्थित एकादश रुद्र के स्वरूप में विराजमान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालुओं ने पूजा की।