उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने शुक्रवार को खुलासा किया कि टेरर फंडिंग का काम करने वाले गिरोह को लखीमपुर खीरी से पकड़ा गया
टेरर फंडिंग में काम करने वाला गिरोह लखीमपुर खीरी से गिरफ्तार,[डीजीपी ने किया बड़ा खुलासा
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह (DGP OP Singh) ने शुक्रवार को खुलासा किया कि टेरर फंडिंग का काम करने वाले गिरोह को लखीमपुर खीरी से पकड़ा गया है। इसमें उम्मीद अली, संजय अग्रवाल, शमीम सलमानी समेत एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इन सबने नेपाली बैंक की बेबसाइट हैक कर 49 लाख रुपया निकाला और भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए पैसा भेजा।
आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की थी योजना डीजीपी ने कहा कि पुलिस को जानकारी मिली थी कुछ लोग नेपाल से अवैध रूप से धन मंगाकर भारत में आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इनमें चार लोग नेपाल से आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं। उनके पास से मोबाइल फोन व अन्य उपकरण बरामद किए गए। 10 अक्टूबर को काफी मात्रा में नेपाल से धनराशि लाई जा रही थी। इस सूचना के आधार एटीएस और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने उम्मेद अली निवासी बरेली, संजय अग्रवाल निवासी लखीमपुर खीरी, समीर सलमानी निवासी बरेली और एजाज अली निवासी लखीमपुर खीरी को गिरफ्तार किया। वहीं, गिरोह के अन्य सदस्य मुमताज में होने की खबर है।
डीजीपी ने बताया कि आरोपी विदेशी मुद्रा को नेपाल के बैंकों में जमा करवाते थे। इसके बाद वहां के किसी खाताधारक से जमा राशि निकलवाकर भारत लाते थे। यहां नेपाली मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदला जाता था। इसमें 6 फीसदी कमीशन मिलता था। आरोपियों के अनुसार, ये रकम बरेली निवासी फईम और सदाकत को दिया जाता था और उनसे कमीशन ले लिया जाता था। फईम और सदाकत इस रकम को दिल्ली पहुंचाते थे। टेरर फंडिंग के खुलासे से संबंधित यूपी पुलिस, नेपाल सरकार से संपर्क है। मामले को एटीएस को ट्रांसफर किया गया है।