डीजीपी ने कहा कि स्पष्ट है कि बुलंदशहर की घटना सिर्फ लॉ एंड आर्डर का हिस्सा नहीं है, बल्कि किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अभी तक हम जांच पर चल रहे थे, लेकिन अब रिवर्स पुलिसिंग पर चलेंगे। मुख्यमंत्री जी भी चाहते हैं कि इस साजिश का खुलासा हो। इसके लिए जांच एजेंसियों को लगाया गया है, क्योंकि षड्यंत्र का पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे कौन लोग थे उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
डीजीपी ओपी सिंह ने हिंदी न्यूज वेबसाइट से बातचीत में बताया कि बुलंदशहर मामले में दो केस दर्ज किये गये हैं। पहली एफआईआर गोकशी से जुड़ी है और दूसरी एफआईआर पुलिस की तरफ से लिखी गई है, जिसमें हिंसा, बवाल और हत्या का मामला दर्ज है। उन्होंने कहा कि इन मामलों में दो दर्जन से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया है, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।