सबसे महंगे पांच हार सबसे महंगा हार- 70 लाख रु (हजरतगंज)
दूसरा सबसे महंगा-45 लाख रु (हजरतगंज )
तीसरा सबसे महंगा-27 लाख रु (आलमबाग बाजार)
चौथा सबसे महंगा-20 लाख रु (चौक सराफा बाजार)
पांचवां सबसे महंगा-18 लाख रु(चौक सराफा बाजार)
दूसरा सबसे महंगा-45 लाख रु (हजरतगंज )
तीसरा सबसे महंगा-27 लाख रु (आलमबाग बाजार)
चौथा सबसे महंगा-20 लाख रु (चौक सराफा बाजार)
पांचवां सबसे महंगा-18 लाख रु(चौक सराफा बाजार)
जीएसटी का असर सराफा पर नहीं लखनऊ सराफा एसोसिएशन के संगठन मंत्री आदीश जैन ने बताया कि जीएसटी के कारण दिवाली सीजन की शुरुआत में बाजार सूनी थी लेकिन धनतरेस पर जमकर लोगों ने ज्वेलरी खरीदी। पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा सोना व चांदी बिका। धनतेरस पर चांदी के सिक्कों की भी खूब महत्ता है। इस बार गंगा-जमुनी सिक्के चौकोर, ओवल और गोल आकृतियों में उपलब्ध थे जिनकी जमकर बिक्री हुई। इनकी कीमत साढ़े चार सौ से लेकर साढ़े चार हजार रुपये तक थी। चांदी के गणोश-लक्ष्मी धवल चमक के साथ हैं। डिनर सेट, जड़ाऊ चूड़ियां और डिजाइनर मंगलसूत्र, जड़ाऊ बैंगिल्स, स्टाइलिस्ट मंगलसूत्र, टॉप्स आदि ज्वेलरी मौजूद थे। व्यापारी विनोद महेश्वरी ने बताया कि चौक बाजार में हार को लेकर लोगों में काफी क्रेज दिखा।
जीएसटी घटाने से बढ़ा कपड़ा व्यापार कपड़े में 1000 ज्यादा की खरीदारी पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। इससे कारोबार बेहतर हुआ है। कपड़ा कारोबारी उत्तम कपूर, अशोक मोतियानी व गीता वस्त्रालय के प्रभु जालान के मुताबिक, कॉरपोरेट ऑफिस से बड़े पैमाने पर कपड़े के ऑर्डर आए है। ऐसे में कारोबार बेहतर होने की उम्मीद है। व्यापारी संगठनों के मुताबिक, धनतेरस के दिन कपड़ा बाजार में 12 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ।
मोबाइल भी जमकर बिके शहर के सबसे बड़े मोबाइल के बाजार श्रीराम टॉवर में मोबाइल की जमकर बिक्री हुई। श्रीराम टावर में बालाजी शॉप के संचालक नीरज जौहर के मुताबिक, उनके पास सबसे ज्यादा बिकने वाले रेडमी नोट-4 मोबाइल “11 हजार की रेंज में उपलब्ध था। इसके अलावा व्यापारियों में आपसी प्रतिस्पर्धा के कारण ऑफर्स की भी भरमार है। जानकारी के मुताबिक 12 हजार से कम कीमत वाले मोबाइल ज्यादा बिके।