देवरिया-बलिया जिले को जोडक़र बने सलेमपुर संसदीय सीट पर रविंद्र कुशवाहा टिकट की दौड़ से बाहर होने वाले हैं। दो बार से भाजपा के टिकट पर सांसद रहे कुशवाहा को लेकर क्षेत्र में काफी नाराजगी है। इसके अलावा स्थानीय निकाय चुनाव में भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर इन्होंने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिलवाया जो जीती हुई भाजपा की सीट को गंवा बैठा। कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी उम्रसीमा को पार कर चुके हैं और टिकट की रेस से बाहर हैं।
राजनीति से सेवामुक्त होने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है। लेकिन भाजपा ने अपने उम्रसीमा को लेकर खुद ही नियम बनाया है जिसके आधार पर कुछ वरिष्ठ नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया जाता है। इस बार प्रयागराज से सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के बारे में कहा जा रहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेगी और राजनीति से संयास ले सकती है।
कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने राजनीतिक जीवन के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं तो वहीं अपने ट्वीट और सोशल मीडिया पर दिए गए बयानों के कारण भाजपा के लिए असहज स्थिति पैदा करने वाले पीलीभीत सांसद वरुण गांधी के टिकट पर भी संदेह बना हुआ है।