बता दें कि छह अक्टूबर को तड़के मोंठ इंस्पेक्टर पर गोली चलाने के आरोप में पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस का कहना था कि झांसी के गुरसराय इलाके में पुलिस टीम को देखकर पुष्पेंद्र यादव ने फायरिंग की थी। जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से पुष्पेंद्र यादव घायल हो गया। उसे लेकर पुलिस जिला अस्पताल पहुंची, वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद सियासत गरमा गई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधकर उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायधीश से जांच कराने की मांग की। वहीं, झांसी में पुष्पेंद्र यादव के परिवार से मुलाकात कर उन्हें न्याय का आश्वासन दिया।