राजभर ने इस अवसर पर ब्रेल लिपि में पुस्तकें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नार्वे से आयतित बे्रलियो बी650एसडब्ल्यू2 मशीन का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि इस मशीन के माध्यम से प्रदेश के दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को बे्रल लिपि में पुस्तकों के अध्ययन की सुविधा सुगमता से मिल सकेगी। राजभर ने कहा कि ब्रेल मशीन उच्च शिक्षा में अध्ययनरत दृष्टिबाधित छात्रों के छात्रावास में स्थापित की गई है। उन्होंने मशीन की विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्रेल मशीन को वाईफाई के द्वारा भी संचालित किया जा सकता है। मशीन को टच स्क्रीन के माध्यम से आॅपरेट करने की भी सुविधा है।
मशीन मुद्रण के बाद प्रत्येक किताब (खंड) को अलग-अलग कर देती है जिससे छात्रों को पढ़ने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि मशीन द्वारा मुद्रित पुस्तकों का विषयवार विवरण भी आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने कहा कि विभागीय निर्माण कार्यों को पारदर्शिता एवं गुणवत्तापरक, समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराए जाने के उद्देश्य से ही निगरानी पोर्टल निर्मित किया गया है। इस पोर्टल में कार्यदायी संस्था द्वारा समय-समय पर निर्माण कार्यों से संबंधित सूचनाएं फीड की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इन सूचनाओं की दिव्यांगजन सशक्तिकरण के निदेशालय स्तर से निगरानी और समीक्षा भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत दिव्यांग विद्यार्थियों हेतु 32 विद्यालयों का पांच कार्यदायी संस्थाओं द्वारा निर्माण कराया जा रहा है।