डाक्टरों के नाम की चार्ट लगाने के निर्देश सबसे पहले डीएम की गाड़ी जिला अस्पताल के इमरजेंसी गेट के सामने रुकी। यहाँ इमरजेंसी वार्ड, चिल्ड्रेन वार्ड, आईसोलेशन वार्ड सहित पूरे जिला अस्पताल के हर पटल का उन्होंने जायजा लिया। इस दौरान जिला अस्पताल में ड्यूटी पर रहने वाले डॉक्टरों का नाम व मोबाईल नंबर रूटीन के मुताबिक एक बड़े चार्ट पर लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी का काफिला सीधे महिला अस्पताल की तरफ रवाना हो गया।
महिला अस्पताल में फर्श पर लेटी मिली महिलाएं महिला अस्पताल पहुंचते ही महिला अस्पताल के मुख्य द्वार पर फर्श पर लेटी हुई कई प्रसूताओं को देख डीएम पारा चढ़ गया। उन्हें तीमारदारों ने बताया कि दूर दराज से आने वाली प्रसूताओं को अटेंड करने में अस्पताल प्रसासन की तरफ से काफी हीलाहवाली की जा रही है। निरीक्षण के दौरान महिला जिला अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों के परिजनों की ओर से तमाम तरह की शिकायतें सामने आईं, जिनमें जननी सुरक्षा योजना के भुगतान की पेंडिंग के साथ ही अस्पताल में आने वाली प्रसूताओं को तत्काल अटेंड करने में अस्पताल प्रसासन की जमकर हीलाहवाली के बारे में जानकारी दी गई। महिला जिला अस्पताल में जमीन पर लेटी मिली कई प्रसूता महिलाओं के मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं।
जांच कर कार्रवाई के निर्देश महिला अस्पताल में डीएम के औचक दौरे की जानकारी होते ही पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती एक महिला ने उन्हें बताया कि अस्पताल के डॉक्टर निशुल्क दवा देने के बजाय बाहर के मेडिकल स्टोरों से दवा लाने के लिये महंगी दवा लिख रहे हैं। शिकायत के सामने आते ही मामले की एसडीएम से जांच रिपोर्ट तलब की है। वही इस मौके पर महिला अस्पताल की फार्मासिस्ट अजरा परवीन द्वारा डॉक्टर बनकर मरीज को देखे जाने की शिकायत को गंभीरता से लेकर डीएम जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।