script

स्कूली बच्चों को राशन देने के लिए घर-घर पहुंचेगी योगी सरकार, अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही 380 करोड़ रुपये की राशि

locationलखनऊPublished: Jul 08, 2020 03:43:58 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

कोविड-19 महामारी के कारण बच्चों के स्कूल बंद हैं। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सामने मिड डे मील का संकट खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूली बच्चों के मिड डे मील के लिए घर-घर राशन देने का निर्णय किया है

स्कूली बच्चों को राशन देने के लिए घर-घर पहुंचेगी योगी सरकार, अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही 380 करोड़ रुपये की राशि

स्कूली बच्चों को राशन देने के लिए घर-घर पहुंचेगी योगी सरकार, अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही 380 करोड़ रुपये की राशि

लखनऊ. कोविड-19 महामारी के कारण बच्चों के स्कूल बंद हैं। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सामने मिड डे मील का संकट खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने स्कूली बच्चों के मिड डे मील के लिए घर-घर राशन देने का निर्णय किया है। बेसिक शिक्षा विभाग इसकी तैयारी में जुटा हुआ है। इस पहल के जरिये हर घर में मिड डे मील के लिए राशन वितरण किया जाएगा। योगी सरकार बच्चों के दोपहर के भोजन के लिए राशन और उसे तैयार करने का धन दे रही है। सरकार ने 24 मार्च को लॉकडाउन की शुरुआत से 30 जून ग्रीष्मावकाश तक (76 स्कूल दिवस) मिड डे मील में खर्च होने वाला अनाज गांव और बच्चों में बांटने का फैसला किया है। इसके लिए बच्चों के अभिभावकों का मोबाइल नंबर, छात्र-छात्राओं का आधार नंबर और अनाज की मात्रा दर्ज होगी।
उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्र को 3.8 किलोग्राम गेहूं, 7.6 किलोग्राम चावल, कुल 11.4 किलोग्राम खाद्यान्न मिलेगा। प्राथमिक विद्यालय के छात्र को 2.5 किलोग्राम गेहूं व 5.1 किलोग्राम चावल, कुल 7.6 किलोग्राम खाद्यान्न मिलेगा। मिड डे मील के लिए दिने जाने वाले राशन के साथ प्राधिकार पत्र दिए जाएंगे जिसके तीन हिस्से होंगे। मुख्यमंत्री की फोटो व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीशचंद्र द्विवेदी के संदेश वाला हिस्सा छात्र-छात्रा/अभिभावक को मिलेगा। दूसरा हिस्सा कोटेदार को मिलेगा, जिसे देखकर वह राशन देगा। तीसरा हिस्सा विद्यालय का होगा। यह पत्रक केसरिया रंग में काफी आकर्षक है।
अभिभावकों के खाते में भेजे जा रहे 380 करोड़ रुपये

राशन के अलावा तेल, सब्जी, मसाला आदि के खर्च की रकम अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही है। प्राथमिक स्कूल के बच्चों के लिए 4.48 रुपये रोज के हिसाब से 76 दिन के लिए 374.29 रुपये तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को 4.97 रुपये रोज के हिसाब से 561 रुपये दिए जा रहे हैं। इस तरह अभिभावकों के खाते में 380 करोड़ रुपये भेजे जा रहे हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो