सूत्रों ने बताया कि दारूल उलूम नदवा के वरिष्ठ शिक्षक मौलाना सलमान नदवी छात्रों को मुकदमा इब्ने फलाह विषय पढ़ाते हैं। मौलाना सलमान नदवी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी मर्जी से पाठ्यक्रम में कई चीजें बढ़ा दीं। इसकी शिकायत छात्रों ने मदरसे के आला अधिकारियों से की। छात्रों की शिकायत के बाद नदवा कॉलेज प्रबंधन ने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमिटी बनाई। जिसने जांच की।
सूत्र बताते हैं कि जांच में छात्रों की शिकायत सही पाई। इसके बाद प्रबंधन ने मौलाना से उक्त विषय को लेकर छात्रों को पढ़ाने के लिए दूसरा विषय दे दिया गया। मौलाना सलमान नदवी के समर्थक मौलाना तौहीद आलम ने भी प्रबंधन का विरोध करना शुरू कर दिया। इस पर उनका तबादला नदवा कॉलेज से बुलाकी अड्डा स्थित मदरसा इस्लामिया कर दिया गया। तब कुछ शांति हुई।
सूत्रों के मुताबिक इसके बाद मौलाना सलमान नदवी मदरसे के आला जिम्मेदारों बात करने पहुंच गए। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प शुरू हो गई। जब छात्रों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मौलाना सलमान नदवी के खिलाफ हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान मौलाना के पक्ष के छात्र भी मौके पहुंच गए और उन्होंने कक्षाएं बंद कराना शुरू कर दीं। इससे परेशान होकर प्रबंधन ने कठोर रुख अपनाया उसके हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।