बलरामपुर अस्पताल में दिमागी बुखार से 3 मौतें, डेंगू के मिले 4 नए मरीज
लखनऊPublished: Sep 29, 2015 07:28:00 pm
राजधानी के अस्पतालों में दिमागी बुखार से हुई मौतों का आंकड़ा पहुंचकर करीब 44 हो गया है।
लखनऊ.दिमागी बुखार से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को बलरामपुर अस्पताल में दिमागी बुखार से 2 मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा सीतापुर निवासी एक मरीज की किडनी में इन्फेक्शन के चलते दम तोड़ दिया। इसके अलावा राजधानी में डेंगू के 4 नए मरीज मिले हैं।
बलरामपुर अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती मलिहाबाद के रहने वाले ललित कुमार(4) की मौत हो गई। इसके अलावा चौक निवासी हबीब(80) को तेज बुखार होने पर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में दोपहर लाया गया। वहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। इसी के साथ राजधानी के अस्पतालों में दिमागी बुखार से हुई मौतों का आंकड़ा पहुंचकर करीब 44 हो गया है।
डेंगू के 4 मरीज अस्पतालों में भर्ती
डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को डेंगू से पीड़ित करीब 4 मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। लखनऊ के देवपुर पारा निवासी नासिर अली(35), गोलागंज निवासी मथुरा (40), कैसरबाग निवासी सुनील सिंह(16), संतकबीर नगर निवासी सलमान (23) को भर्ती कराया गया है। इसके अलावा सिविल में पिछले दो दिनों से भर्ती राजधानी निवासी नीतू तिवारी (25) और रायबरेली निवासी कैशिक वाजपेयी को कार्ड टेस्ट में डेंगू की पुष्टि हुई है।
डेंगू के लक्षण
अचानक तेज बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में जबरदस्त दर्द डेंगू प्रारंभिक लक्षण हैं। एक अन्य प्रकार के डेंगू, जिसको हेमरेजीक डेंगू कहा गया है। इसमें रक्तस्राव और बेहोशी के लक्षण प्रतीत होते हैं। श्वास में रुकावट भी उत्पन्न होती है। ऐसे मरीज को तुरंत किसी अच्छे अस्पताल में, जहां आईसीयू सुविधा हो, ले जाना चाहिए, क्योंकि उसमें प्लेटलेट कोशिकाओं (रक्त में एक प्रकार की कोशिकाएं, जो खून के शरीर में बहाव को रोकती है) की कमी हो जाती है।
बचाव
– डेंगू से ग्रसित मरीज का तुरंत इलाज शुरू करें।
-खुली हवा में मरीज को रहने दें।
-फ्लू एक तरह से हवा में फैलता है|
-घर के आसपास मच्छरनाशक दवाइयां छिड़काएं।