
दशहरी के लिए विशेष पैकिंग बाक्स तैयार
आम की पैकिंग के लिए बाकायदा डिब्बे बनाए गए हैं। जिन्हें ब्रांड प्रोमोशन के तौर पर आगे बढ़ाया जाएगा। अब तक विदेशों को निर्यात किए जाने वाले आम की पैकिंग एवं अन्य तैयारियां ज्यादातर निर्यातक स्वयं ही करते थे। पिछली बार की तरह इस बार विशेष पैकिंग बाक्स में काकोरी ब्रांड नाम से विदेश भेजा जाएगा।
आम का निर्यात बेहतर होगा
मंडी सचिव संजय सिंह ने बताया कि, कोरोना काल में साल 2021 आम का निर्यात काफी खराब हालत में रहा था। लेकिन इस बार आम साफ है। फसल कमजोर होने के बाद भी आम का निर्यात बेहतर होगा।
आम उत्पादन में यूपी, भारत में दूसरे नम्बर पर
भारत में आमों के उत्पादन मामले में उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। पहला नंबर आंध्र प्रदेश है। उत्तर प्रदेश में 14 मैंगो बेल्ट हैं। मलिहाबाद इसमें कुछ खास है। वैसे तो दशहरी आम का सालाना 2,000 करोड़ रुपए का कारोबार है। दशहरी का सीजन जून के पहले हफ्ते से शुरू होकर जुलाई के दूसरे हफ्ते तक चलता है। जानें आम का नाम कैसे पड़ा दशहरी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मशहूर काकोरी में एक गांव दशहरी है। इस गांव वह पेड़ है जिस पर पहला दशहरी आम आया था। दशहरी गांव के नाम पर ही इस आम का नाम भी दशहरी पड़ा। यह 200 साल उम्र का यह पेड़ आज भी मौजूद है। अब तो लोग इसे मदर ऑफ दशहरी मैंगो ट्री से पुकारते हैं।