करते रहे कई बहाने इस बात को सुनने के बाद ईडी अफसरों ने कहा कि अब यदि गायत्री प्रजापति ने बयान देने में ना नुकुर किया तो अस्पताल के बजाए दफ्तर उठाकर ले जाएंगे। वहां बिठाकर पूछताछ करेंगे। अफसरों की सख्ती देख पूर्व मंत्री के तेवर ढीले पड़े। खनन व गैंगरेप से जुड़े सवाल में वह उलझ गए। जवाब देते-देते वह हकलाने लगे। इसके बाद पूर्व मंत्री ने कमर दर्द की शिकायत की। अफसरों ने फोन पर डॉक्टरों को जानकारी दी। इस पर डॉक्टरों ने उन्हें लेटकर बयान देने की सलाह दी। पूर्व मंत्री के लेटने का इंतजाम किया गया। इसके बाद उन्होंने लेटे-लेटे सवालों के जवाब देने शुरू किया। इसी दौरान उन्होंने बदहजमी व गैस बनने की शिकायत की। डॉक्टर की सलाह पर उन्हें दवा दी गई।
करीब दो बजे गायत्री प्रजापति ने भूख लगने की बात कही। उनकी फरमाईश पर अस्पताल का खाना उन्हें मुहैया कराया गया। तीन रोटी, दाल, सब्जी आदि थाली में लगकर आया। जिसे बैठकर उन्होंने खाया। उसके बाद 10 मिनट उन्होंने व्हील चेयर पर टहलने की इजाजत मांगी। कमेटी हाल के भीतर उन्होंने चार चक्कर लगाए।
जानकारी हो कि यूरोलॉजी विभाग में गायत्री प्रजापति करीब डेढ़ माह से भर्ती हैं। सीएमएस कार्यालय में पुलिस बल व ईडी के तमाम अफसरों की मौजूदगी में पूछताछ चल रही है। यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि, गायत्री प्रजापति की दोनों किडनी खराब है। रीड की हड्डी में परेशानी है। साथ ही पेशाब संबंधी बीमारी है। गायत्री प्रजापति केजीएमयू के प्राइवेट रूम नंबर 303 में वह भर्ती हैं। सीएमएस डॉक्टर एसएन शंखवार ने बताया कि पूर्व मंत्री को बीमारी की वजह से भर्ती किया गया है।