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ईद है खुशियों का त्योहार, चांद से चमक उठे बाजार

locationलखनऊPublished: Jun 16, 2018 03:53:05 pm

शनिवार को ईद मनाने का ऐलान तो पहले ही हो चुका था मगर कल बादलों की आवाजाही में चांद को देखते ही लोगों में ईद की खुशी की लहर दौड़ने लगी

Eid

ईद है खुशियों का त्योहार, चांद से चमक उठे बाजार

लखनऊ. शुक्रवार की शाम चांद देखने के बाद दिनभर इबादत में मश्गूल रोजेदार इफ्तार के बाद पूरी तरह से ईद की तैयारी में जुट गए। यह सिलसिला पूरी रात चलता रहा, जिन्होंने अभी तक ईद की खरीदारी भी न की थी, उनकी खरीदारी भी देर रात तक चलती रही । शुक्रवार को 30 रोजें पूरा होने पर शनिवार को ईद मनाने का ऐलान तो पहले ही हो चुका था मगर कल बादलों की आवाजाही में चांद को देखते ही लोगों में ईद की खुशी की लहर दौड़ने लगी । लोग गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देने लगे।
क्यों चांद देखकर ही मनाते है ईद

देखा जाए तो चांद का बहुत ही महत्व है । रमज़ान के महीनें पूरे होने के बाद चांद के दीदार से ही ईद की शुरुआत की जाती है । और तो और सिर्फ ईद ही नहीं बल्कि हिंदुओं के भी ऐसे कई त्योहार है जिसमें चांद को अधिक महत्व दिया जाता है और चांद को देखकर ही त्योहार की शुरुआत होती है जैसे करवाचौथ, शकट और गणेश चतुर्थी । ईद का चांद से बेहद ही गहरा संबंध है। ईद हिजरी कैलेण्डर के दंसवे महीनें के पहले दिन मनाई जाती है और इस कैलेण्डर में महीनें की शुरुआत चांद को देखकर ही शुरु होती है । ईद भी रमजान के बाद नए महीने की शुरुआत के रूप में मनाई जाती है और जब तक चांद का दीदार न हो रमज़ान खत्म नहीं होता ।
कहां-कहां उमड़ी भीड़
चाहे वाे अमीनाबाद का गड़बड़झाला हो या हज़रतगंज का जनपथ मार्केट, भूतनाथ बाजार, प्रगति बाजार हो या फिर नक्खास बाजार, हर जगह ईद की खुमारी में डूबे लोगों ने जमकर खरीदारी की । और तो और सिर्फ बाजारें ही नहीं बल्कि माल्स भी ईद के खरीदारों से ठसोेठस भरा रहा । तमाम दुकानों पर तो नोंकझोंक खत्म ही नहीं हो रही थी। कोई कपड़ों को लेकर परेशान रहा तो कोई सेवईयों को, भीड़ धीरे धीरे बढ़ती ही जा रही थी कि लोगों का दुकानों पर खड़े होना भी मुश्किल हो रहा था लेकिन ईद की खुमारी ही ऐसी थी कि लोगों ने अपना संयम बनाए रखा।

मेहंदी लगवाने में भी लगी लंबी कतार

देखा जाए तो वो बच्चियां हो या फिर लड़कियां, चाहे औरतें ही क्यों न हो, इन सभी में मेहंदी लगवाने का क्रेज बहुत ही ज्यादा होता है । इसीलिए लवलेन, अमीनाबाद और भूतनाथ जैसे जगहों पर मेहंदी लगवाने वालों की भीड़ देर रात तक जमा रही । सभी ने अपनी अपनी पसंद की मेहंदी लगवाई । भीड़ की तादाद अधिक होने के कारण सभी देर रात तक अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे ।
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