16 फीसदी कम हो जाएगी बिजली की दरें परिषद का कहना है कि कंपनियों पर उपभोक्ताओं का उदय व ट्रूअप का बकाया पास ऑन कर दिया जाए तो 25 फीसदी बिजली की दरों में कमी हो जाएगी। अगर इसमें बिजली कंपनियों के 4500 करोड़ के गैप को और कम कर दिया जाए तब भी 16 फीसदी बिजली की दरों में कमी आ जाएगी। परिषद का आरोप है कि बिजली दर में बढ़ोत्तरी के लिए कंपनियों ने लाइन हानियों का सहारा लिया है। बिजली कंपनियों ने पहले बिजली दर बढ़ाने के नियत से छह प्रतिशत लाइन हानियां बढ़ा कर एआरआर दाखिल किया। इसमें गैप लगभग 4500 करोड़ रुपये दिखाया गया है।