विदेश में कोयला 17 हजार रुपये प्रति टन परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि देश में जहां लिंकेज के आधार पर घरेलू कोयले की कीमत 17 सौ रुपया प्रति टन है, वहीं विदेशी कोयले की कीमत 17 हजार रुपया प्रति टन से भी ज्यादा है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने दिए थे टेंडर जारी करने के निर्देश परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की अध्यक्षता में बीती 12 अप्रेल को देश के सभी राज्यों के ऊर्जा विभागों की बैठक में अनेक राज्यों की कोयले के कमी को ध्यान में रखकर यह सलाह दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि ऐसे राज्य तुरंत विदेशी कोयला खरीदने का टेंडर जारी करें।
यूपी को भी दी थी सलाह अवधेश वर्मा ने बताया कि यह मामला यहीं तक नहीं थमा। उत्तर प्रदेश के मामले में तो यहां तक एडवाइस दे दी गई कि 18 अप्रैल तक 2.25 मिलियन टन विदेशी कोयला खरीद का टेंडर जारी कर दिया जाए।
लंबे समय तक हो सकता है बिजली उत्पादन परिषद ने कहा कि यदि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री की बातों पर गंभीरता से विचार किया जाए, तो देश में अभी इतना कोयला रिजर्व में है कि देश के सभी तापीय बिजलीघर रिजर्व और प्लांटों के पास उपलब्ध कोयले के आधार पर लंबे समय तक लगातार बिना रुकावट के बिजली उत्पादन कर सकते हैं। वहीं हर महीने कोल इंडिया द्वारा बडे पैमाने पर कोयले का उत्पादन किया जा रहा है, तो ऐसे में कोयले का संकट का सवाल ही नहीं उठता।
विद्युत नियामक आयोग में दाखिल की याचिका परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि यूपी विद्युत नियामक आयोग में विदेशी कोयले की खरीद को रोकने के लिए याचिका भी लगा रखी है। जिस पर विद्युत नियामक आयोग ने राज्य के सभी उत्पादन इकाइयों चाहे वह सरकारी क्षेत्र में हो या फिर निजी क्षेत्र में सबसे अनेक कानूनी सवाल करते हुए पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है।