(Electricity 2021) एक हफ्ते रात व एक हफ्ते दिन में ही मिलती थी बिजली पिछली सरकारों में बिजली की अनुपलब्धता का हाल यह था कि प्रदेश के गांवों और कस्बों में एक हफ्ते दिन और एक हफ्ते रात में ही बिजली मिलती थी। इस रोस्टर के हिसाब से जब दिन की बारी हो तो रात में बिजली की आपूर्ति नहीं और जब रात का रोस्टर हो तो दिन में बिजली नहीं मिलती थी। इतना ही नहीं रात की बिजली अक्सर सो जाने के बाद आती थी और दिन की बारी में लो वोल्टेज की समस्या से पूरा प्रदेश जूझता और आपूर्ति के नाम पर रोस्टर का कोटा पूरा हो जाता। परिणाम स्वरूप महज 8 से 10 घण्टे आपूर्ति वाली बिजली होने पर भी लोग बिजली के लिए तरस कर रह जाते। 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से आज गांव में 18 घंटे की आपूर्ति की जा रही है।
(Electricity 2021) पहले महीनों में बदलते थे ट्रांसफार्मर अब 24 घंटे में 2017 के पहले एक ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए महीनों का इंतजार करना पड़ता था। स्थानीय खबरों के अनुसार गांवों में चंदा जुटाकर खुद के व्यवस्था से बदलने के लिए प्रयास पर भी धक्के खाने पड़ते थे। आज प्रदेश में योगी सरकार के सत्ता में आने पर सख्त शासन और पारदर्शी व्यवस्था के चलते आज प्रदेश में कहीं भी 24 घंटे के भीतर जले ट्रांसफार्मर को ठीक किया जा रहा या इसे बदल दिया जा रहा है।