योगी सरकार के 6 सालों में यूपी पुलिस ने 179 अपराधियों को मारने का दावा किया है। सरकार काफी आक्रामक तरीके से अपनी इस नीति को रखती है और इसका बचाव भी करती है।
बीते 20 साल में रहे 4 सीएम
मुठभेड़ में मारे गए लोगों की संख्या में मौजूद सरकार पूर्व की अखिलेश यादव से काफी आगे हैं। वहीं मुलायम सिंह और मायावती की सरकार से पीछे दिखती है। 2003 से अब तक की सरकारों में हुए एनकाउंटर्स के आंकड़े यही दिखाते हैं।
2003 से अब तक उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और भाजपा की सरकारें रही हैं। मुलायम सिंह, मायावती, अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ सीएम रहे हैं। इन चारों में सबसे पहले बात योगी आदित्यनाथ सरकार की कर लेते हैं।
योगी सरकार में 10,814 एनकाउंटर
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2017 में भाजपा की सरकार बनी थी। छह साल से योगी आदित्यनाथ सीएम हैं। इन 6 सालों में यूपी पुलिस ने 10,814 एनकाउंटर किए। इसमें 179 अपराधी मारे गए। इनमें 2 5 लाख के इनामी भी थे।
बीते 6 साल में मेरठ जोन में सबसे ज्यादा 3,152 एनकाउंटर हुए, जिनमें 63 अपराधी मारे गए। इन एनकाउंटरों में 23,069 बदमाशों को गिरफ्तार किया। साथ ही 4,911 अपराधी गोली लगने से घायल हुए। इन मुठभेड़ों में 13 पुलिसकर्मियों की जान गई और 1424 पुलिसकर्मी घायल हुए।
अखिलेश सरकार में 4,359 एनकाउंटर
अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री रहे। समाजवादी पार्टी की 5 साल की सराकर में 4,359 एनकाउंटर हुए। इनमें 40 अपराधी मारे गए और 11,963 को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया। अखिलेश सरकार के दौरान मुठभेड़ों में 8 पुलिसकर्मियों की जान गई और 150 घायल हुए।
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मायावती और मुलायम सिंह सरकार में योगी सरकार से ज्यादा एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश में 2007 से 2012 तक मायावती और उनसे पहले 2003 से 2007 तक मुलायम सिंह यादव सीएम थे। मुलायम सिंह यादव और मायावती की सरकार में योगी आदित्यनाथ सरकार के मुकाबले ज्यादा अपराधी एनकाउंटरों में मारे गए।
मायावती की सरकार में 261 अपराधी मुठभेड़ों में मारे गए थे। जो योगी सरकार के 6 सालों के कार्यकाल से करीब 100 ज्यादा हैं। वहीं मुलायम सिंह सरकार के 4 साल में सबसे ज्यादा एनकाउंटर हुए थे। 2003 से 2007 तक उनके सीएम रहते रिकॉर्ड 499 अपराधियों को पुलिस ने मारा था।