scriptलखनऊ पीजीआई में मिलेगा मिर्गी रोग से छुटकारा, सर्जरी की सुविधा उपलब्ध | Epilepsy disease will eliminated from surgery in SGPGI | Patrika News

लखनऊ पीजीआई में मिलेगा मिर्गी रोग से छुटकारा, सर्जरी की सुविधा उपलब्ध

locationलखनऊPublished: Sep 21, 2018 03:35:34 pm

मिर्गी रोग यानि Epilepsy disease की सर्जरी की सुविधा पीजीआई में शुरू हो गई है। अभी तक यहां दो मरीजों की सफल सर्जरी हो चुकी है।

LUCKNOW

मिर्गी का रोग अब हो जाएगा छू मंतर, सर्जरी की सुविधा लखनऊ में भी

लखनऊ. अगर आप मिर्गी (Epilepsy) की बीमारी से परेशान है तो आपके लिये यह राहत की खबर है। अब सर्जरी से मिर्गी की बीमारी दूर की जा सकेगी। अगर आप इसकी दवा ले रहे हैं औऱ तो भी यह ठीक नहीं हो पा रही हैं तो आप इसकी सर्जरी करा सकते हैं। यह सर्जरी पीजीआई (SGPGI Lucknow) में शुरू हो गई है। अब तक यहां दो मरीजों की सफल सर्जरी हो चुकी है। डॉक्टरों के अनुसार दो महीने तक मरीज का फॉलोअप किया गया। इस दौरान मरीज को मिर्गी के दौरे नहीं पड़े।

दो घंटे में दूर हुई 12 साल की बीमारी

इस सर्जरी से 12 साल की बीमारी दो घंटे में दूर की गई है। इसकी उदाहरण बस्ती जिले के लोधावा गांव में मिला। यहां के शख्स बताते हैं कि उन्हें 2006 से अचानक Mirgi के दौरे पड़ने लगे। परिवारीजनों ने कई अस्पतालों में इलाज करवाया, लेकिन बीमारी से छुटकारा नहीं मिला। उसे दिन में चार से आठ बार मिर्गी के दौरे पड़ते थे। रिश्तेदारों की मदद से वह पीजीआई के न्यूरोलजी डिपार्टमेंट में इलाज करवाने पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने तीन तरह की दवाएं दीं, लेकिन दौरे बंद नहीं हुए। इसके बाद डॉक्टरों ने 16 जुलाई 2018 को उसकी सर्जरी की। डॉक्टरों के मुताबिक मरीज को दो महीने तक फॉलोअप में रखा गया। दो महीने के बाद गुरुवार को न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट की ओर से मिर्गी की सफल सर्जरी घोषित की गई।

ऐसी होता है मिर्गी की सर्जरी

यह सर्जरी न्यूरोलजी और न्यूरो सर्जन दोनों डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम मिलकर करती हैं। न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुनील प्रधान ने बताया कि मिर्गी से विद्युत तरंगों की तीव्रता, किस हिस्से से, कब और कितनी बार आ रहा है इसकी जांच विडियो ईईजी से की जाती है। इस मशीन से मरीज के सिर में दो दिनों तक जोड़े रखा जाता है, जिससे दिमाग के किस हिस्से में दिक्कत है उसको चिह्नित किया जाता है। इसके बाद न्यूरो सर्जन उस क्षतिग्रस्त हिस्से को ऑपरेशन करके निकाल देते हैं। इसके बाद मरीज को मिर्गी के दौरे पड़ने बंद हो जाते हैं।

ऐसे होता है ऑपरेशन

इसका ऑपरेशन सिर को खोल कर किया जाता है। न्यूरो सर्जन डॉ. जयेश सरधारा ने बताया कि मिर्गी के मरीज का अंतिम इलाज सर्जरी ही होती है। इसमें सिर को ओपन किया जाता है। इसके बाद माइक्रोस्कोप की मदद से दिमाग के क्षतिग्रस्त हिस्से को काट कर निकाल दिया जाता है। सर्जरी के बाद मरीज को पांच दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया जाता है। डॉ. जयेश बताते हैं कि अब तक ये सर्जरी केरल और एम्स दिल्ली (AIIMS Delhi) में होती थी। अब पीजीआई में भी शुरू हो गई है। इस सर्जरी में करीब 40 हजार रुपये का खर्च आता है।

ट्रेंडिंग वीडियो