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जब बिजली चेकिंग अभियान चला रही टीम के सामने आए ‘असली’ अधिकारी, मच गई भगदड़

locationलखनऊPublished: Jul 02, 2022 10:37:16 am

Submitted by:

Jyoti Singh

असली इंजीनियर और कर्मचारियों की टीम पहुंची तो आरोपियों को पहले ही भनक लग गई। टीम पहुंचने ही वाली थी कि दो आरोपी मौके से वहां से भाग निकले, लेकिन सतरिख, बाराबंकी निवासी हिमांशु सोनी मौके पर ही पकड़ा गया।

जब बिजली चेकिंग अभियान चला रही टीम के सामने आए 'असली' अधिकारी, मच गई भगदड़
लखनऊ के नाका क्षेत्र की बासमंडी में शुक्रवार को चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बिजली चोरी रोकने के नाम पर फर्जी जेई और लाइनमैन चेकिंग अभियान चलाने पहुंच गए। इतना ही नहीं उन्होंने उपभोक्ताओं से वसूली करनी भी शुरू कर दी। लोगों को भी शक इसलिए नहीं हुआ कि वह दोनों खुद को प्रवर्तन दल की टीम का सदस्य बताते हुए बिल्कुल बिजली अफसरों की तरह ही बर्ताव कर रहे थे। दोनों बकायदा हाथ में डायरी और दो दस्ताने पकड़े हुए पहुंचे और लोगों से पूछताछ कर वसूली करना शुरू कर दिया। लेकिन हड़कंप तब मच गया जब बिजली विभाग की असली टीम सामने आ गई। असली अधिकारियों-कर्मचारियों को क्षेत्र में आया देख फर्जी अधिकारी-कर्मचारी वहां से भाग खड़े हुए।
नाका कोतवाली में एफआईआर दर्ज

बता दें कि नकली जेई और लाइनमैन की हरकतों का पता लेसा प्रवर्तन दल की असली टीम को लग गया। जिसपर टीम मौके पर वहां पहुंच गई। प्रवर्तन दल ने एक फर्जी लाइनमैन को पकड़ लिया। नाका कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। फर्जी लाइनमैन के पास डायरी मिली, जिसमें उपभोक्ताओं के मीटर संख्या के साथ रीडिंग भी लिखी थी। दरअसल लेसा प्रवर्तनदल के सहायक अभियंता श्रीनिवासराम, अवर अभियंता जीटीआई केदार नाथ शुक्ल को कर्मचारी मो. इनाम ने बताया था कि कुछ लोग फर्जी जेई और लाइनमैन बनकर उपभोक्ताओं से वसूली कर रहे हैं। जिसपर ही लेसा प्रवर्तन दल की टीम निगरानी कर रही थी।
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दो आरोपी मौके से भाग निकले

बताया जाता है कि शुक्रवार को जैसे ही बांसमंडी के रामबाग में नकली बिजली विभाग की टीम द्वारा चेकिंग अभियान का पता चला तो प्रवर्तन दल की असली टीम के लोग वहां पहुंच गये। वहां तीन लोग नकली बिजली कर्मचारी बनकर चेकिंग अभियान चला रहे थे। इन लोगों ने कुछ उपभोक्ताओं से वसूली भी कर ली थी। लेकिन जैसे ही असली इंजीनियर और कर्मचारियों की टीम पहुंची तो आरोपियों को पहले ही भनक लग गई। टीम पहुंचने ही वाली थी कि दो आरोपी मौके से वहां से भाग निकले, लेकिन सतरिख, बाराबंकी निवासी हिमांशु सोनी मौके पर ही पकड़ा गया।
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टीम में कुल 15 लोग शामिल

उधर, हिमांशु से कोतवाली में पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि उनका सरगना इरफान सिद्दीकी है। उसकी टीम में कुल 15 लोग है। ये एक दिन में तीन-चार जगह चेकिंग अभियान चलाकर वसूली करते हैं। फिर शाम को बंटवारा होता है। नाका पुलिस हिमांशु से मिली जानकारी के आधार पर पड़ताल कर रही है।
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