उसे गिरफ्तार करने वाली स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उसके पास से दो मोबाइल फोन, एक फर्जी आईपीएस आईडी कार्ड, कांस्टेबल पद के लिए नियुक्ति पत्र और उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड से संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं।
एसटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह ने कहा कि मिश्रा ने नौकरी चाहने वालों को फंसाने के लिए वॉयस चेंजिंग सॉफ्टवेयर या वॉयस-ओवर-इंटरनेट प्रोटोकॉल का इस्तेमाल किया। सिंह ने कहा कि प्रतीक ने पहली कोरोना लहर के दौरान कई लोगों को 1 करोड़ रुपये का चूना लगाया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसके कुकृत्यों का पता लगाने के लिए मामले की और जांच की जा रही है।
IPS Ranks गरिमामई जॉब भारतीय पुलिस सेवा यानि आईपीएस (IPS) बहुत ही प्रतिष्ठित पोस्ट है। भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) में भर्ती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा की जाती है। हर साल लाखों उम्मीदवार (Applicant) यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देते हैं. लेकिन बेहद कम ही अभ्यर्थी आईपीएस (IPS) बन पाते हैं। इतनी जिम्मेदार पोस्ट को कई फर्जी तरीके से लोग इस्तेमाल हैं। खासतौर से बेरोजगार युवाओं को लोग एक रैकेट चलाकर फ़साते हैं और पैसे भी ऐंठते हैं।