बरेली ( barelly ) में छेड़छाड़ की कथित घटना के बाद पलायन की चेतावनी
दूसरा मामला 8 जून को बरेली में सामने आया। यहां इज्जत नगर थाना क्षेत्र के एक गांव में युवती ने गांव के ही युवक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। पुलिस थाने में शिकायत की गई और पुलिस ने शांति भंग के आरोप में आरोपी युवक का चालान काट दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने कहा कि उन्हें धमकी दी जा रही है। उन्हें कहा जा रहा है कि पुलिस तक पहुंचने की हिम्मत कैसे हुई। इतना ही नहीं पुलिस थाने में पहुंचने का खामियाजा भुगतने के लिए भी कहा जा रहा है। इसके बाद उन्होंने डर कर अपने घर पर मकान बिकाऊ है लिख दिया और पलायन की तैयारी कर ली। इस मामले में बरेली एसएसपी रोहित सिंह साजवाण का कहना है कि पूरा मामला शादी समारोह में हुई एक गंदगी को डालने को लेकर हुआ था लेकिन चुनावी रंजिश में इस मामले को दूसरा रूप देने की कोशिश की गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तीसरा मामला उत्तर प्रदेश के शामली में सामने आया। यहां एक प्रधान पति पर दबंगई का आरोप लगाते हुए ब्राह्मण परिवारों ने पलायन की चेतावनी दी और अपने घर पर मकान बिकाऊ है लिखवा दिया।
यह घटना शामली के बाबरी थाना क्षेत्र के गांव गोगवान जलालपुर की है। यहां के ब्राह्मण परिवारों ने आरोप लगाया कि उन्हीं के गांव का प्रधान पति जय प्रकाश राणा और उनका बेटा विनय राणा ब्राह्मण परिवारों को धमकाते हैं। इसी कारण अब वह पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं। यहां कई परिवारों ने अपने घरों पर मकान बिकाऊ है लिख दिया। यह पूरा मामला चुनावी रंजिश का बताया जा रहा है। आरोपों के अनुसार जिन लोगों ने प्रधान पति को वोट नहीं देती उनके घर के सामने स्ट्रीट लाइट बंद करवा दी गई और पानी की सप्लाई भी रोक दी गई। उधर ग्राम प्रधान पति का कहना है कि एक परिवार गांव के तालाब पर कब्जा कर रहा है और वही दूसरे लोगों को भड़का रहा है यह पूरा मामला अवैध कब्जे को लेकर है।
शहीद कर्नल के परिवार ने पलायन की चेतावनी दी है। परिवार गांव छोड़कर एसडीएम आवास पर जाने की तैयारी में है। यह पूरा मामला शहीद कर्नल के नाम से बनाई गई सड़क को लेकर है। पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई ने शहीद कर्नल के परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कही। इसके बाद परिवार वालों ने पलायन की चेतावनी दी है। दरअसल 2020 में दो मई को गांव परवाना निवासी कर्नल आशुतोष शर्मा कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हो गये थे। शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के नाम पर अब गांव में शहीद मार्ग बनाया जा रहा था। मार्ग निर्माण कार्य मे गांव का गंदा व बारिश का पानी घर में डाले जाने को लेकर शहीद के परिजनों ने विरोध किया था। शहीद करने के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि क्षेत्रीय विधायक के इशारे पर गांव के पानी को उनके मकान की ओर लाया गया।