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2022 से पहले फिर बोतल से बाहर आया पलायन का जिन्न, कई जिलों से सामने आ रहे मामले

locationलखनऊPublished: Jun 11, 2021 10:00:16 pm

Submitted by:

shivmani tyagi

अलीगढ़ के बाद बरेली, आगरा, शामली और बुलंदशहर में लोगों ने घरों के बाहर लिखा ‘मकान बिकाऊ है’
अलीगढ़ में बेटियों की बारात रोकने के बाद दी गई थी पलायन की चेतावनी तो अन्य जिलों से सामने आ रहे अलग-अलग मामले
बुलंदशहर में शहीद कर्नल के परिवार ने दी पलायन की चेतावनी परिवार एसडीएम आवास पर डटने को तैयार

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बुलंदशहर में मकान बिकाउ

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क ( Lucknow )
चुनाव 2022 से पहले एक बार फिर पलायन का जिन्न बोतल से बाहर निकल आया है। उत्तर प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में अलग-अलग जिलों से अलग-अलग मामले सामने आए हैं जिनमें पलायन की चेतावनी दी गई है। आगरा-शामली और बरेली के बाद अब बुलंदशहर में शहीद कर्नल के परिवारों ( Families ) ने पलायन की चेतावनी दी है और अपने घर पर लिख दिया है कि ”यह मकान बिकाऊ है”
अलीगढ़ ( Aligarh ) में करीब सवा सौ परिवारों ने दी थी पलायन की चेतावनी

26 मई को अलीगढ़ जिले के टप्पल थाना क्षेत्र के गांव नूरपुर गांव में एक समुदाय के लोगों ने गांव की एक हिंदू बेटी की बारात को मस्जिद के सामने से गुजरने से रोक दिया था। विवाद बढ़ा तो बारात पर पथराव कर दिया गया। इस घटना में कई बारातियों को चोट आई थी। डीजे का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था। इस घटना से नाराज गांव के हिंदू परिवारों ने पलायन की चेतावनी देते हुए घरों के बाहर ‘मकान बिकाऊ है’ लिख दिया था। इसकी वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था। भाजपा सांसद सतीश गौतम और विधायक अनूप प्रधान ने नूरपुर का दौरा करते हुए ग्रामीणों को सुरक्षा का आश्वासन दिया था। सांसद ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में पलायन का कोई सवाल ही नहीं है। इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

बरेली ( barelly ) में छेड़छाड़ की कथित घटना के बाद पलायन की चेतावनी
दूसरा मामला 8 जून को बरेली में सामने आया। यहां इज्जत नगर थाना क्षेत्र के एक गांव में युवती ने गांव के ही युवक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। पुलिस थाने में शिकायत की गई और पुलिस ने शांति भंग के आरोप में आरोपी युवक का चालान काट दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने कहा कि उन्हें धमकी दी जा रही है। उन्हें कहा जा रहा है कि पुलिस तक पहुंचने की हिम्मत कैसे हुई। इतना ही नहीं पुलिस थाने में पहुंचने का खामियाजा भुगतने के लिए भी कहा जा रहा है। इसके बाद उन्होंने डर कर अपने घर पर मकान बिकाऊ है लिख दिया और पलायन की तैयारी कर ली। इस मामले में बरेली एसएसपी रोहित सिंह साजवाण का कहना है कि पूरा मामला शादी समारोह में हुई एक गंदगी को डालने को लेकर हुआ था लेकिन चुनावी रंजिश में इस मामले को दूसरा रूप देने की कोशिश की गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शामली ( barelly ) में प्रधान-पति पर दबंगई का आरोप लगाते हुए दी पलायन की चेतावनी
तीसरा मामला उत्तर प्रदेश के शामली में सामने आया। यहां एक प्रधान पति पर दबंगई का आरोप लगाते हुए ब्राह्मण परिवारों ने पलायन की चेतावनी दी और अपने घर पर मकान बिकाऊ है लिखवा दिया।
यह घटना शामली के बाबरी थाना क्षेत्र के गांव गोगवान जलालपुर की है। यहां के ब्राह्मण परिवारों ने आरोप लगाया कि उन्हीं के गांव का प्रधान पति जय प्रकाश राणा और उनका बेटा विनय राणा ब्राह्मण परिवारों को धमकाते हैं। इसी कारण अब वह पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं। यहां कई परिवारों ने अपने घरों पर मकान बिकाऊ है लिख दिया। यह पूरा मामला चुनावी रंजिश का बताया जा रहा है। आरोपों के अनुसार जिन लोगों ने प्रधान पति को वोट नहीं देती उनके घर के सामने स्ट्रीट लाइट बंद करवा दी गई और पानी की सप्लाई भी रोक दी गई। उधर ग्राम प्रधान पति का कहना है कि एक परिवार गांव के तालाब पर कब्जा कर रहा है और वही दूसरे लोगों को भड़का रहा है यह पूरा मामला अवैध कब्जे को लेकर है।
अब बुलंदशहर ( bulandshar ) में शहीद के परिवार ने गांव दी पलायन की चेतावनी
शहीद कर्नल के परिवार ने पलायन की चेतावनी दी है। परिवार गांव छोड़कर एसडीएम आवास पर जाने की तैयारी में है। यह पूरा मामला शहीद कर्नल के नाम से बनाई गई सड़क को लेकर है। पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई ने शहीद कर्नल के परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कही। इसके बाद परिवार वालों ने पलायन की चेतावनी दी है। दरअसल 2020 में दो मई को गांव परवाना निवासी कर्नल आशुतोष शर्मा कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हो गये थे। शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के नाम पर अब गांव में शहीद मार्ग बनाया जा रहा था। मार्ग निर्माण कार्य मे गांव का गंदा व बारिश का पानी घर में डाले जाने को लेकर शहीद के परिजनों ने विरोध किया था। शहीद करने के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि क्षेत्रीय विधायक के इशारे पर गांव के पानी को उनके मकान की ओर लाया गया।
इसके बाद एसडीएम स्याना सुभाष सिंह ने गांव परवाना पहुंचकर शहीद मार्ग के मामले में ग्रामीणों से बात की थी लेकिन शहीद कर्नल के परिवार इससे भी सन्तुष्ट नहीं हुए। मंगलवार की शाम पीडब्लूडी के जेई का सोशल मीडिया पर एक ओडियो वायरल हुआ जिसमें जेई सोनू पाठक के खिलाफ मुकदमा कराने की धमकी देता सुनाई दिया। इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने जे बाद शहीद का चचेरा भाई सोनू पाठक ने परिवार के साथ एसडीएम के आवास पर धरना देने की तैयारी कर ली। परिवार ने आत्मदाह की चेतावनी दी है इसके साथ ही पलायन के लिए भी चेतावनी दी है।
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