आचार्य सत्येंद्र दास रामलला के वर्तमान में मुख्य पुजारी हैं। उन्हें प्रतिमाह 13 हजार रुपये मासिक मानदेय मिलता है। अगस्त 2019 से पहले मुख्य पुजारी को 12 हजार रुपए मिलते थे, जिसमें एक हजार रुपए का इजाफा किया गया है। मुख्य पुजारी की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर की गई थी। 1992 में वह संस्कृत स्कूल में पढ़ाने का काम करते थे। वह छह दिसंबर 1992 के बाद से लगातार 28 साल से आचार्य सत्येंद्र दास रामलला की पूजा-अर्चना में लगे हुए हैं।
मुख्य पुजारी के अलावा रामलला की पूजा की सेवा के चार सहायक पुजारी और चार कर्मचारी भी लगे हुए हैं। इन्हें प्रतिमाह 7500 रुपए से 10 हजार रुपए तक का मानदेय मिलता है। अगस्त 2019 में इन पुजारियों और कर्मचारियों के मानदेय में भी 500 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई थी।
रामलला को प्रतिमाह 30 हजार रुपए मासिक भत्ता मिलता है। मुख्य पुजारी और सहयोगियों के साथ मंदिर के भत्ते में इजाफा किया गया था। पहले यह 26,200 रुपये था। इसके अलावा रामलला की रोजाना होने वाली पूजा-अर्चना और उसकी सामग्री पर खर्च होने वाली राशि में भी वृद्धि की गई है। यह अब बढ़कर 1.2 लाख रुपये हो गई है जिसका भुगतान प्रतिमाह किया जाता है। पहले यह राशि 93,200 रुपये थी।
रामजन्मभूमि मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले चढ़ावे से ही मुख्य व अन्य पुजारियों को वेतन दिया जाता है।