मरीजों को जबरन करते थे डिस्चार्ज
अस्पताल पर मरीजों को इलाज के लिए भर्ती कराने के बाद उनसे 5 से 10 लाख रुपए तक वसूलने का आरोप लगा है और बाद में उन्हें ऑक्सीजन की कमी की बात कहकर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता था। अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की बात जब सोशल मीडिया पर सामने आई तो अफसरों ने इस मामले को संज्ञान में लोकर जांच के आदेश दिए। जांच में पता चला है कि अस्पताल ने बेवजह मरीजों को डिस्चार्ज किया था और भर्ती मरीजों के सापेक्ष उसके पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन थी।
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अस्पताल की जांच जारी
इस बात की जानकारी मिलने के बाद अब अस्पताल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके अलावा अस्पताल पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन किए बिना नॉन कोविड मरीजों को भर्ती करने का आरोप भी लगाया गया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद अब जांच कराई जा रही है।