तुलिका का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है। त्रिवेणी नगर की रहने वाली तुलिका साहू पहली ऐसी महिला बनीं जिनके पास फोटोग्राफी में पीएचडी करने उपाधि है। इसी के साथ उनके नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज है। तुलिका अक्सर अपनी फोटोग्राफी के जरिए सोशल इश्यूज को उठाने की कोशिश करती हैं। वह कहती हैं कि फोटोग्राफी एक कला है जिसके जरिए उन इमोशंस को दिखाया जा सकता है, जो शब्दों में बयां नहीं होते।
त्रिवेणी नगर की तुलिका ने बताया कि उन्होंने आर्ट्स कॉलेज से एप्लाइड आर्ट्स में ग्रेजुएशन, फोटोग्राफी में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद फोटोग्राफी में पीएचडी शुरू कर दी थी। उन्होंने 19वीं और 20वीं शताब्दी की फोटोग्राफी में होने वाली पिक्टोरियल मूवमेंट में रिसर्च की है। तूलिका के मुताबिक, उन्होंने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपने सर्टिफिकेट और डिग्री की कॉपी भेजी थी। फिर उन्होंने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के ऑफिस से कॉल आई और 12 सिंतबर को उन्हें सर्टिफिकेट भिजवा दिया गया।
बचपन के शौक ने दी पहचान तुलिका के मुताबिक, उनके माता-पिता भी फोटोग्राफर थे इसलिए बचपन से ही उन्हें फोटोग्राफी का शौक रहा है। मात्र दस साल की उम्र में उन्होंने कैमरा लेकर स्कूल जाना शुरू कर दिया था। तुलिका बताती हैं कि वे फ्रेंड्स या रिलेटिव्स के साथ जहां भी जाती थीं अपना कैमरा साथ ले जाती थीं। तूलिका फोटोग्राफी की इतनी शौकीन थीं कि वह जो भी तस्वीर क्लिक करतीं, उनके एल्बम में सुरक्षित हो जाया करती थी। तूलिका ने बताया कि उन्होंने ठान लिया कि वे एक दिन एक्सपर्ट फोटोग्राफर बनेंगी और उन्होंने आज कर दिखाया।